Rajasthan Politics : सचिन पायलट के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर दिए गए ताजा बयान के बाद एक बार फिर राजस्थान की राजनीति चर्चा में आई है।

पायलट ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर नाम लिए बिना तीखा हमला बोला है। उन्होंने जयपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह दिलचस्प है कि पीएम ने कल उनकी (सीएम) तारीफ की जिसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। पायलट ने कहा कि पीएम ने इसी तरह संसद में गुलाम नबी आजाद की तारीफ की थी और उसका नतीजा हम सबने देखा है।

आर-पार की लड़ाई के मूड में पायलट

गौरतलब है कि 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद शुरू हुई गहलोत-पायलट के बीच की सियासी लड़ाई कई बार सामने आती रही है और इस लड़ाई में गहलोत हर बार मजबूत दिखाई दिए हैं।

इस बात का सबसे मजबूत उदाहरण 2020 में पायलट समेत उनके समर्थक 18 विधायकों के पार्टी से बगावत की घटना को देखा जा सकता है। इस घटना के अंत में पायलट को पीसीसी के अध्यक्ष पद के साथ उपमुख्यमंत्री पद खोना पड़ा था। लेकिन अब पायलट जिस तरह खुल कर अशोक गहलोत को लेकर बयान दे रहे हैं यह दिखाता है कि उनकी नजर पूरी तरह राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर है और इसके लिए वह आर-पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं।

पायलट के ताजा बयान पर गहलोत ने क्या दिया जवाब, Video में देखें

गहलोत के रहते मुख्यमंत्री बन पाएंगे पायलट ?

सचिन पायलट को 2018 के राजस्थान विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद राजस्थान कांग्रेस कमेटी के एक सफल प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर देखा जा रहा था। चर्चा यह भी थी कि वह राजस्थान के मुख्यमंत्री बन जाएंगे।

इसके लिए उन्‍होंने चुनावी परिणाम के बाद काफी जोर-आजमाइश भी की, उस वक्त के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दोनों नेताओं के साथ कई बैठकें की लेकिन बात नहीं पा रही थी। आखिर में फैसला सबके सामने आया और गहलोत को मुख्यमंत्री बना दिया गया। लेकिन दिलचस्प बात सचिन पायलट का उप-मुख्यमंत्री बनाया जाना था।

बाहरी तौर पर तो इसे गहलोत की जीत की तरह देखा जा रहा था लेकिन पद संभालने के बाद से ही गहलोत का पायलट को लेकर व्यवहार कुछ और तस्वीर पेश कर रहा था। 2020 में समर्थित विधायकों के साथ पायलट सरकार के खिलाफ बगावत के दौरान गहलोत ने पायलट को लेकर एक तीखा बयान देते हुए कहा था “हम जानते थे कि ये निकम्मा है, नकारा है, कोई काम नहीं कर रहा, खाली लोगों को लड़वा रहा है।”

पायलट को लेकर उनके इस तरह के तीखे बयान के कई मायने निकाले गए। गहलोत पायलट को लेकर लगातार इस तरह के बयान देते रहे हैं। साथ ही, गहलोत पायलट की सरकार के खिलाफ बगावत को आलाकमान के सामने हमेशा मुद्दा बनाते रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री बनने की राह में पायलट के सामने गहलोत एक बड़ी चुनौती की तरह खड़े हैं।