रिटायर्ड आईएएस प्रदीप सिंह खरोला को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के महानिदेशक पद की जिम्मेदारी ऐसे वक्त में दी गई है जब परीक्षाओं में गड़बड़ियों के आरोपों के कारण कई शहरों में छात्र और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
नीट-पीजी परीक्षा को लेकर चल रहे जबरदस्त घमासान के बीच भारत सरकार ने शनिवार रात को सुबोध सिंह को एनटीए के महानिदेशक पद से हटा दिया था। प्रदीप सिंह खरोला इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन (आईटीपीओ) के अध्यक्ष और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। उन्हें एनटीए का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
इस बीच, सीबीआई ने नीट-यूजी परीक्षा में हुई गड़बड़ियों को लेकर एफआईआर दर्ज की है। यह परीक्षा 5 मई को आयोजित हुई थी। इस साल 24 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने नीट-यूजी की मेडिकल प्रवेश परीक्षा दी है।
मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले खरोला का जन्म 1961 में हुआ था। खरोला ने 1982 में इंदौर विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने 1984 में आईआईटी दिल्ली से इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। उन्होंने फिलीपींस के मनीला में स्थित एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से डेवलपमेंट मैनेजमेंट में मास्टर्स भी किया है।
2012 में खरोला को ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। उन्हें 2013 में प्रधानमंत्री उत्कृष्ट लोक प्रशासन पुरस्कार भी दिया गया। खरोला को 2019 में नागरिक उड्डयन सचिव नियुक्त किया गया था।

एयर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर रहे हैं खरोला
खरोला एयर इंडिया की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वह एयर इंडिया के अध्यक्ष और मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर थे। वह बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर भी रह चुके हैं।
62 साल के खरोला को सार्वजनिक परिवहन कंपनियों को घाटे से निकालकर मुनाफे में लाने का विशेषज्ञ माना जाता है। खरोला को इस बात का श्रेय दिया जाता है कि उन्होंने 2000 में बैंगलोर की सिटी बस सेवा, बैंगलोर मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन को घाटे से निकालकर फायदे में ला दिया।

1985 बैच के कर्नाटक कैडर के आईएएस अफसर हैं खरोला
प्रदीप सिंह खरोला 1985 बैच के कर्नाटक कैडर के आईएएस अफसर हैं। वह 2012-13 में कर्नाटक के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव थे। उन्होंने कर्नाटक में शहरी बुनियादी ढांचा विकास और वित्त निगम (केयूआईडीएफसी) का भी काम संभाला था। केयूआईडीएफसी शहरों में बुनियादी ढांचा बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से धन जुटाने का काम करता है। खरोला ने राष्ट्रीय प्रशासनिक सुधार आयोग के संयुक्त सचिव के रूप में भी काम किया था।
मोदी सरकार एनटीए द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर जबरदस्त विवादों में घिरी हुई है। मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET के आयोजन में तमाम तरह की गड़बड़ियों के आरोप लगे हैं जबकि बिहार पुलिस NEET पेपर लीक की जांच कर रही है। विवादों के बीच केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले यूजीसी-नेट परीक्षा को रद्द कर दिया था।
बिहार पुलिस ने पेपर लीक मामले में झारखंड से छह और लोगों को हिरासत में लिया है। राज्य की आर्थिक अपराध इकाई ने मुख्य अभियुक्त सिकंदर यादवेंदु सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया था।

नीट-पीजी की परीक्षा स्थगित
केंद्र सरकार ने शनिवार रात को (नीट-पीजी) की परीक्षा को स्थगित कर दिया जबकि रविवार सुबह ही परीक्षा होनी थी। इसे लेकर परीक्षा के अभ्यर्थियों, अभिभावकों और मेडिकल प्रोफेशनल्स ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। देश भर में लगभग 52,000 पीजी की सीटों के लिए हर साल लगभग 2 लाख एमबीबीएस ग्रेजुएट्स परीक्षा में बैठते हैं।
इस फैसले के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा था कि यह फैसला छात्रों के हित में और परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए लिया गया है और परीक्षा के लिए नई तारीखों की जल्द से जल्द घोषणा की जाएगी।

बताना जरूरी होगा कि नीट-पीजी की परीक्षा नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज द्वारा कराई जाती है न कि एनटीए द्वारा।