डिजाइन बॉक्स्ड के चुनावी रणनीतिकार नरेश अरोड़ा के पिछले क्लाइंट कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार और अशोक गहलोत थे। डिजाइन बॉक्स्ड की सेवाएं अब एनसीपी के प्रमुख और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी ली हैं। महाराष्ट्र में जल्द ही विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं।
नरेश अरोड़ा ने अजित पवार को कुछ बदलाव करने की सलाह दी है। जब तक एनसीपी का बंटवारा नहीं हुआ था, तब तक अजित पवार को पार्टी के कैडर और चुने हुए जनप्रतिनिधियों के साथ संपर्क बनाए रखने वाले प्रमुख नेता के रूप में जाना जाता था। लेकिन अब अजित जब अपने नाम पर वोट मांगेंगे तो उनके चुनाव रणनीतिकारों ने सुझाव दिया है कि वह एक नरम, मिलनसार और सकारात्मक छवि लेकर लोगों के बीच जाएं।
यह भी सलाह दी गई है कि अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी का अपना एक अलग रंग होना चाहिए और यह रंग शिवसेना के नारंगी, बीजेपी के भगवा, एनसीपी (शरद पवार) और कांग्रेस के सफेद रंग से अलग होना चाहिए।
डिजाइन बॉक्स्ड ने गुलाबी रंग की सिफारिश की है। हाल ही में अजित पवार को गुलाबी रंग की जैकेट पहने हुए देखा गया था। अजित पवार ने सोशल मीडिया पर अपनी मौजूदगी को बढ़ाया है और उनके एक वीडियो पर 80 लाख से ज्यादा व्यूज आए हैं। अजित पवार ने महाराष्ट्र में अपने प्रभाव वाले इलाकों में यात्राएं भी शुरू कर दी हैं।
अजित पवार की पार्टी खुद को अधिक महिला हितैषी दिखाना चाहती है और कर्नाटक की ही तरह महाराष्ट्र में भी माझी लाडकी बहिन नाम से योजना शुरू की गई है जो महिलाओं को डेढ़ हजार रुपए देने के साथ ही तीन एलपीजी सिलेंडर भरवाने की सुविधा भी देती है।
सत्ता विरोधी लहर से जूझने के बाद भी अजित पवार के विधायकों ने अभी तक उनका साथ नहीं छोड़ा है।
सीएम यादव की लोकप्रियता बढ़ाने में जुटी टीम
मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सामने अभी बड़ी जिम्मेदारियां हैं। मोहन यादव से पहले इस पद पर शिवराज सिंह चौहान थे जिन्हें मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था को ऊपर उठाने का श्रेय दिया जाता है।
यादव अपनी कम पहचान वाली छवि से छुटकारा पाना चाहते हैं और उनकी पीआर टीम सोशल मीडिया पर उनके प्रमोशन में जुटी है और स्थानीय पत्रकारों को इंटरव्यू देने की भी पेशकश कर रही है।
मोहन यादव ने जब उज्जैन यूनिवर्सिटी से पीएचडी किया था तो उनका विषय शिवराज सिंह चौहान की उपलब्धियों की मीडिया कवरेज था। जब शिवराज सिंह चौहान कृषि मंत्री बनने के बाद पहली बार भोपाल लौटे तो उनके समर्थकों ने उनके स्वागत में एक शानदार रिसेप्शन का आयोजन किया और दिल्ली से भोपाल तक उनकी ट्रेन यात्रा के बीच में पड़ने वाले तमाम स्टेशनों पर उनका जोरदार स्वागत भी किया गया।
हालांकि बीजेपी की भोपाल इकाई ने यह कहकर सम्मान समारोह में रुकावट डालने की कोशिश की कि सम्मान समारोह सिर्फ शिवराज सिंह चौहान के लिए नहीं होना चाहिए बल्कि मध्य प्रदेश से मोदी सरकार में मंत्री बनने वाले सभी नेताओं के लिए होना चाहिए।
रिसेप्शन वाले दिन यह कहकर समारोह को रद्द कर दिया गया कि एक पूर्व मंत्री की पत्नी का निधन हो गया है हालांकि उन मंत्री का रिसेप्शन से कोई लेना-देना नहीं था।