Russia Ukraine War: पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने एक बार फिर भारत की विदेश नीति की तारीफ की है और दो टूक कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध में जैसा भारत का स्टैंड था, ठीक उसी रास्ते पर उनकी सरकार चलना चाहती थी। लेकिन सेना प्रमुख ने उल्टा पैंतरा अपनाया। इमरान खान (Imran Khan) ने पाकिस्तान (Pakistan) में कमरतोड़ महंगाई का जिक्र करते हुए कहा कि तेल के दाम अचानक बढ़े। रूस और यूक्रेन की लड़ाई (Russia Ukraine War) के बाद तो तेल की कीमतें (Oil Prices) आसमान छूने लगीं।
क्या था इमरान खान का प्लान?
इमरान खान (Imran Khan) ने कहा कि मैं वहां गया और बात करके आया कि जिस तरीके से रूस (Russia) हिंदुस्तान को सस्ता तेल दे रहा है, उसी तरीके से हमें भी सस्ता तेल देंगे। यहां लौटकर आए तो हमारा आर्मी चीफ (Pakistan Army Chief) कहता है कि उसकी (रूस की) निंदा करो, उसने यूक्रेन पर हमला किया। मैंने अपने आर्मी चीफ को समझाया कि हिंदुस्तान तो रूस की निंदा नहीं कर रहा है, जबकि अमेरिका (America) उसका स्ट्रैटेजिक सहयोगी है और क्वाड का मेंबर भी है। अगर भारत रूस की निंदा नहीं कर रहा है तो हम क्यों करें? हमें भी भारत की तरह न्यूट्रल रहना चाहिए, जैसा हिंदुस्तान कर रहा है।
आर्मी चीफ ने चला उल्टा पैंतरा
इमरान खान ने कहा, हमारे आर्मी चीफ ने एक सेमिनार में खुद रूस की निंदा कर दी। एक तरफ हम रूस से सस्ता तेल खरीदने की बात कर रहे हैं, दूसरी तरफ निंदा कर रहे हैं…बस अमेरिका को खुश करने के लिए। इसका नतीजा यह हुआ कि हिंदुस्तान की महंगाई दर 7.5 प्रतिशत से घटकर 5.5 प्रतिशत पर आ गई, जबकि तेल के दाम बढ़ रहे थे। वहीं, पाकिस्तान में महंगाई दर 12 प्रतिशत से बढ़कर 30 प्रतिशत हो गई, क्योंकि हम महंगे दाम पर तेल खरीद रहे थे। इसका नुकसान पाकिस्तानी आवाम को हुआ।
पहले भी कर चुके हैं भारत की Foreign Policy की तारीफ
यह पहला मौका नहीं है, जब इमरान खान ने भारत की विदेश नीति (Foreign Policy) की तारीख की है। कुछ वक्त पहले ही इमरान खान ने एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में भारत की तारीफ करते हुए कहा था कि भारत की विदेश नीति स्वतंत्रता के बाद से ही पूरी तरह आजाद है। यही वजह है कि भारत, रूस से सस्ता तेल खरीद रहा है। हाल के दिनों में इमरान खान कई मौकों पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर की भी खुले मंच पर तारीफ कर चुके हैं।