हरियाणा के चुनावी समर में कांग्रेस की चुनौती का सामना कर रही बीजेपी ने अपने सबसे बड़े चेहरे यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ्रंट फुट पर रखने की योजना बनाई है। आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री बीजेपी उम्मीदवारों के पक्ष में एक के बाद एक चुनावी रैलियां करेंगे। इसमें भी बीजेपी की कोशिश पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जाटलैंड में घेरने की है।

हरियाणा के चुनावी रण में हर दिन मुकाबला जोरदार होता जा रहा है क्योंकि कांग्रेस की ओर से भी केंद्रीय नेतृत्व और हरियाणा इकाई ने सत्ता में वापसी के लिए पूरा जोर लगा दिया है। इसके अलावा क्षेत्रीय दल इनेलो-बसपा, जेजेपी-आसपा, आम आदमी पार्टी भी कुछ सीटों पर राष्ट्रीय पार्टियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये रैलियां सोनीपत, हिसार और पलवल में होंगी। सोनीपत में 26 सितंबर को, हिसार में 28 सितंबर को और पलवल में 2 अक्टूबर को पीएम मोदी बीजेपी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगेंगे। गृह मंत्री अमित शाह भी बीते दिनों भिवानी और फरीदाबाद में चुनावी रैलियों को संबोधित कर चुके हैं।

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कौन जीतेगा जुलाना में चुनाव? (Source-phogat.vinesh/FB)

बताना जरूरी होगा कि सोनीपत और हिसार को भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ माना जाता है। लोकसभा चुनाव में इन संसदीय क्षेत्रों में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की धमक सुनाई दी थी क्योंकि कांग्रेस के उम्मीदवारों ने यहां जीत हासिल की थी। जबकि 2019 के चुनाव में बीजेपी ने इन सीटों सहित हरियाणा में सभी लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी।

लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को हुआ नुकसान

राजनीतिक दलविधानसभा चुनाव 2014 में मिली सीट लोकसभा चुनाव 2014 में मिली सीट विधानसभा चुनाव 2019 में मिली सीटलोकसभा चुनाव 2019 में मिली सीट लोकसभा चुनाव 2024 में मिली सीट
कांग्रेस 15131 05
बीजेपी 47740105

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर बढ़ा, बीजेपी का घटा

राजनीतिक दललोकसभा चुनाव 2019 में मिले वोट (प्रतिशत में)लोकसभा चुनाव 2024 में मिले वोट (प्रतिशत में)
कांग्रेस 28.51 43.67
बीजेपी 58.2146.11 

बीजेपी की कोशिश है कि लोकसभा चुनाव में जहां उसका प्रदर्शन खराब रहा है, वहां ज्यादा जोर लगाया जाए। हालांकि बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली रैली कुरुक्षेत्र में करवाई थी लेकिन अब पार्टी ने तय किया है कि आने वाले दिनों में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उतारा जाए। लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद बीजेपी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ही सबसे ज्यादा उम्मीद है।

जाट बेल्ट में है हुड्डा का प्रभाव

सोनीपत और हिसार के इलाकों में भूपेंद्र सिंह हुड्डा का प्रभाव है। जाट बेल्ट वाले इन इलाकों के अलावा पूरे हरियाणा में टिकट वितरण में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों को टिकट मिले हैं। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, हरियाणा की 90 में से 70 से 72 सीटों पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों को हाईकमान ने तरजीह दी है।

सोनीपत में होने वाली बीजेपी की रैली में आसपास के विधानसभा हलकों को कवर किया जाएगा। इसके बाद जब हिसार में रैली होगी तो उसमें हिसार के साथ ही फतेहाबाद और सिरसा तक के इलाकों को कवर करने की कोशिश बीजेपी करेगी। तीसरी रैली पलवल में रखी गई है।

पार्टी नेताओं को सौंपी जिम्मेदारी

बीजेपी ने इन रैलियों की तैयारी के लिए पार्टी नेताओं को काम पर लगा दिया है। सोनीपत की रैली की जिम्मेदारी मोहनलाल बड़ौली को दी गई है जबकि हिसार में रैली करने का जिम्मा पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई और पलवल में रैली की तैयारी का कामकाज केंद्रीय मंत्री और फरीदाबाद से सांसद कृष्ण पाल गुर्जर देखेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित तमाम बड़े नेताओं की भी चुनावी ड्यूटी हरियाणा में लगाई जा रही है।

बीजेपी के सामने है हुड्डा की चुनौती

कांग्रेस के चुनाव अभियान का दारोमदार मुख्य रूप से भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर ही है। हुड्डा हरियाणा में कांग्रेस के अकेले ऐसे नेता हैं जिनका हर विधानसभा हलके में थोड़ा-बहुत असर जरूर है। सोनीपत, रोहतक, झज्जर, हिसार में तो हुड्डा के सियासी समर्थकों की लंबी फौज है। इसके अलावा जीटी बेल्ट से लेकर अहीरवाल और फरीदाबाद से लेकर बांगड़ की बेल्ट में भी हुड्डा पार्टी में ही अन्य नेताओं पर भारी दिखाई देते हैं।

बीजेपी के सामने हरियाणा में बड़ी चुनौती हुड्डा के सियासी कौशल से मुकाबला करने की है। टिकट वितरण में कांग्रेस हाईकमान के भरोसे पर खरा उतरने के लिए हुड्डा भी पूरा दम लगा रहे हैं और लगातार चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे हैं।