चुनावी गहमागहमी के बीच एक टीवी डिबेट में अजीब से मुद्दे पर बहस की गई और अजीबोगरीब तर्क दिए गए। बहस का सबब क्या था, यह पहले जान लीजिए। सपा के अमरोहा के पूर्व नगर अध्यक्ष खन्ना चौधरी ने गठबंधन प्रत्याशी दानिश अली के 5 साल तक क्षेत्र से गायब रहने का आरोप लगाया था। मंच पर मौजूद सांसद दानिश अली के सामने ही उनके द्वारा पांच साल के दौरान की गई गलतियों को खन्ना चौधरी ने गिनाना शुरू किया। इसके बाद बैठक में विवाद शुरू हो गया और खन्ना चौधरी को सपा के मौजूदा जिलाध्यक्ष मस्तराम यादव और उनके समर्थकों ने पीटना शुरू कर दिया।
इस कांड पर समाजवादी पार्टी के नेता महबूब अली ने कहा था कि सपा कार्यकर्ताओं की पिटाई सपा का कोई आदमी कर रहा है तो इसमें क्या है, मैं अपने भाई भतीजे की पिटाई करूं तो इसमें परेशानी क्या है। इसी मुद्दे पर टीवी चैनल न्यूज 18 इंडिया के शो ‘आर पार’ पर बहस आयोजित कर दी गई।
ये समाजवादी पार्टी में क्या हो रहा है?
एंकर अमीश देवगन ने सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया से सवाल किया कि ये समाजवादी पार्टी में क्या हो रहा है? नेता-कार्यकर्ता एक दूसरे की पिटाई कर रहे हैं और उसके समर्थन में बयान भी दे रहे हैं। आप मोहब्बत की दुकान खोल रहे थे इन्होंने पिटाई का मकान बना दिया है। बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लगातार कहते रहे हैं कि मैं नफरत के बाजार में मुहब्बत की दुकान खोल रहा हूं और कांग्रेस उत्तर प्रदेश में सपा के साथ मिल कर लोकसभा चुनाव लड़ रही है।
भाजपा नेताओं के बीच लड़ाई का जिक्र
एंकर लगातार बोलते जा रहे थे तो अनुराग भदौरिया ने कहा, “एक सवाल को 20 बार पूछते हो, इससे नहीं कोई खुश होगा। भाजपा की जूतम-पैजार याद है आपको, एक सांसद एमएलए को कैसे जूतम-पैजार कर रहे थे याद है आपको? दिखाइए जरा टीवी चैनल पर वो तब मैं समझ जाऊंगा कि आप निष्पक्ष हैं।”
इस पर भड़कते हुए अमीश देवगन ने कहा, “आप यहीं रुकिए, अभी आपको जवाब देता हूं, पीसीआर इनका ऑडियो डाउन करिए, अभी दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।”
एंकर ने इसे पुरानी बात बताया और कहा, “आपने कहा बीजेपी के एक सांसद और एमएलए के बीच जूतम-पैजार हुआ कितने साल पुरानी घटना है ये और क्या न्यूज 18 ने ये खबर चलाई थी या नहीं। न्यूज 18 इंडिया ने ये खबर चलाई थी और मैंने खुद पढ़ा था। क्या हुआ? हो गयी ना बोलती बंद? अब क्यों नहीं बोलते?”
एंकर ने दिया सपा प्रवक्ता को जवाब
एंकर ने कहा कि अब कहां हुई है जूतम-पैजार? आपके गठबंधन के अंदर। एक-दूसरे को थप्पड़ पर थप्पड़ मारे जा रहे हैं और आपके पास जवाब नहीं है? अमीश ने कहा, “आप बाकी चैनल में करते होंगे ऐसा, ये यहां नहीं चलेगा। आर पार देश का सबसे प्रभावी शो है। आप यहां बुलाए गए हैं ये आपकी खुशकिस्मती है। आपको करोड़ों व्यूअर्स देखते हैं यहां इसलिए आकर कुछ भी नहीं बोलना है। आप मेरे सम्मानित मेहमान हैं इसलिए मैं आपसे निवेदन कर रहा हूं कि सवाल का जवाब दीजिये।”
अनुराग भी शांत नहीं हुए। उन्होंने कहा, “आप 1970 की बात नहीं करते हैं? सुधांशु जी तो 1970-80 से नीचे उतरते ही नहीं, 1950 में भी जाएंगे और सारी गलती नेहरू फैमिली की है, नेहरू की है…जब वो पीएम थे। मैंने 6 साल पुरानी बात याद दिला दी तो इतनी पुरानी बात हो गयी। अरे वाह अमीश जी, ये तो हद है। वो 70 साल की बात करेंगे पर मैं 7 साल की भी बात कर दूंगा तो वो पुरानी हो जाएगी।”
‘कार्यकर्ता आपस में भिड़ जाते हैं’
अनुराग भदौरिया ने आगे कहा, “पार्टी में कोई बात होती है, कार्यकर्ता आपस में भिड़ जाते हैं वो सब आपस में सुलट जाता है। बात खत्म हो गयी।” इस पर एंकर ने सवाल किया कि मारा किसने किसे था वो लोग पहचान में आ पाए? अनुराग ने कहा, “आप मेरी बात नहीं समझ रहे हैं, कार्यकर्ताओं में आपस में ऐसी लड़ाइयां होती रहती हैं। कभी किसी बात पर भिड़ जाते हैं।”
इस पर क्रॉस क्वेश्चन करते हुए एंकर ने कहा कि मतलब एक दूसरे को मारेंगे कार्यकर्ता, जूतम पैजार करेंगे? अनुराग ने कहा, “जूतम-पैजार नहीं हुई थी, लात-घूंसे नहीं चले थे। बीजेपी जूतम-पैजार करे तो ठीक और हमारे कार्यकर्ता आपस में भिड़ जाएं तो झगड़ा।” एंकर ने कहा कि मतलब अनुराग का कहना है कि बीजेपी में हुआ था और अब हमारे यहां हो रहा है तो कॉमन फैक्टर है। एंकर ने इसके बाद भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी की तरफ रुख करते हुए कहा कि सुधांशु अनुराग की बात का जवाब देना चाहते हैं।
भाजपा और सपा प्रवक्ता के बीच बहस
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “मैं अनुराग की बात का जवाब देना चाहता हूं। उन्होंने जिस घटना का जिक्र किया वो हमारे संत कबीरनगर से सांसद थे शरद त्रिपाठी और जो घटना हुई थी उसका चुनाव से कोई लेनादेना नहीं था। एक मंडलीय बैठक थी जिसमें उनकी एक विधायक से व्यक्तिगत तू-तू, मैं-मैं होते-होते बात इतनी बढ़ गयी। पर हमारी पार्टी ने क्या स्टैंड लिया, उनका टिकट कटा, पर मैं पूछना चाहता हूं कि सपा ने कितनों का टिकट काटा? जवाब दें अनुराग भदौरिया, ऐसे हवा में लेकर न चलें।”
इस पर सपा प्रवक्ता ने कहा, “ये बताइये उसमें कौन सांसद था और कौन विधायक था? नाम बताइये। कैसी बात कर रहे हो मतलब यह संस्कार आपकी पार्टी के हैं कि एक-दूसरे को जूते से मार रहे हैं और आप कहोगे कि हमने टिकट काटा ये आपका लॉजिक है। हमारे यहां किसी सांसद ने विधायक को पीटा हो तो बताइये, किसी ने दूसरे को जूते से मारा हो तो बताइये।