2014 से 2024 की होली के बीच (दस साल में) न‍िफ्टी 50 में 240 प्रत‍िशत और सेंसेक्‍स में 230 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इन सालों में शेयर बाजार में आई तेजी का फायदा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी खूब उठाया है। कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी का प‍िछले दस सालों में शेयर बाजार के प्रत‍ि आकर्षण लगातार बढ़ा है। 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ते वक्‍त उन्‍होंने जो हलफनामा द‍िया था, उनके मुताब‍िक राहुल का शेयर बाजार में न‍िवेश शून्‍य था, पर 2024 में द‍िए हलफनामे के मुताब‍िक राहुल के पास 4.33 करोड़ रुपए के शेयर (15 मार्च, 2024 तक) थे। म्‍यूचुअल फंड में 3.81 करोड़ रुपए का न‍िवेश अलग से था।

राहुल की संपत्‍त‍ि

केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ रहे राहुल गांधी के चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उनके पास कुल 20.3 करोड़ की संपत्ति है। इनमें से 8.14 करोड़ तो शेयरों और म्‍यूचुअल फंड्स में न‍िवेश ही है। 2014 और 2019 में राहुल का म्‍यूचुअल फंड्स में न‍िवेश तो था, पर शेयर बाजार में उन्‍होंने कोई पैसा नहीं लगाया था। राहुल गांधी ने 24 कंपनियों में निवेश किया है। राहुल गांधी ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के जरिए सोने में 15 लाख रुपए का निवेश भी किया है।

म्‍यूचुअल फंड में राहुल का न‍िवेश

2014 में 81.28 लाख रुपए
2019 में 5.19 करोड़ रुपए
और, 2024 में 3.81 करोड़ रुपए

राहुल के पास मौजूद क‍िन शेयरों की क‍ितनी है वैल्‍यू (लाख रुपए में)

पिडिलाइट इंडस्ट्रीज- 42.3
बजाज फाइनेंस- 35.9
नेस्ले इंडिया- 35.7
एशियन पेंट्स- 35.3
अन्य- 284.4

म्युचुअल फंड/डेट फंड आदि

एचडीएफसी स्माल कैप (रेग्युलर)- 123.9
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल रेज सेविंग्स- 102.2
अन्य- 170.5

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर के 18,322 रुपए हुए दो लाख

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर के पास 23.6 करोड़ की संपत्‍त‍ि है। केरल की तिरुवनंतपुरम सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर के हलफनामे से पता चलता है कि उन्होंने टिस्को कंपनी में 18,322 रुपए का निवेश किया था और अब इसकी कीमत 2.14 लाख रुपए से ज्यादा हो चुकी है।

राजीव चंद्रशेखर ने ज्यादा निवेश म्युचुअल फंड में किया है। उनके पास 5 करोड़ रुपए का मिडकैप फंड भी है। इसके अलावा उन्होंने टैक्स फ्री बांड में भी करोड़ों रुपए का निवेश किया है। ऐसे टैक्स फ्री बांड में हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (हडको) और इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (आईआरएफसी) शामिल हैं। इस तरह के तमाम निवेश की कीमत 45 करोड़ रुपए से ज्यादा है।

राजीव चंद्रशेखर का न‍िवेश (लाख रुपए में)

एचडीएफसी (मिडकैप ऑपरच्युनिटीज फंड)- 492.5
एचडीएफसी(इक्विटी सेविंग्स फंड)- 218.9
एनएचएआई- 170.3
हडको टैक्स फ्री बांड्स- 157.2
अन्य- 139.7

न‍ित‍िन गडकरी

नागपुर से बीजेपी उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उन्होंने शेयर मार्केट में काफी कम निवेश किया है। उन्होंने पूर्ति पावर एंड शुगर प्राइवेट लिमिटेड में 0_0031 लाख रुपए, कॉपरेटिव सोसाइटीज आदि में 2 लाख और अन्‍य जगहों पर भी 2 लाख रुपए का निवेश किया है। नितिन गडकरी के पास कुल 6.3 करोड़ रुपए की संपत्ति है। गडकरी ने हलफनामे में यह नहीं बताया कि उन्होंने म्युचुअल फंड में कितना निवेश किया है।

क्या है स्मालकैप, मिडकैप और लार्ज कैप कंपनियां?

द सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया (सेबी) कंपनियों को उनके मार्केट कैपिटेलाइजेशन के आधार पर तीन भागों में बांटता है। स्टॉक एक्सचेंजों में वे कंपनियां पहले नंबर पर आती हैं, जिनका मार्केट कैपिटेलाइजेशन 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा होता है। इन्हें लार्ज कैप कंपनियां कहा जाता है। ऐसी कंपनियां जिनकी रैंक 101 से 250 के बीच है और उनकी मार्केट कैपिटेलाइजेशन 5000 करोड़ से 20000 करोड़ है, ऐसी कंपनियों को मिड कैप कंपनियां कहा जाता है जबकि 251 रैंक से आगे की कंपनियां जिनकी मार्केट कैपिटेलाइजेशन 5000 करोड़ रुपए से कम होती है, उन्हें स्मॉल कैप कंपनी कहा जाता है।

कैलाश हॉस्‍प‍िटल के माल‍िक महेश शर्मा की संपत्‍त‍ि केवल 83 करोड़ रुपए

देश की राजधानी दिल्ली से सटी गौतम बुद्ध नगर सीट के बीजेपी उम्‍मीदवार डॉ. महेश शर्मा की घोषित संपत्ति पिछले 5 साल में लगभग दोगुनी हो चुकी है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में डॉ. महेश शर्मा ने अपनी संपत्ति 47 करोड़ रुपए घोषित की थी जो 2024 के लोकसभा चुनाव में बढ़कर 83 करोड़ रुपए हो चुकी है। महेश शर्मा (8.4) और उनकी पत्‍नी (1.2) के शेयर मार्केट में कुल 9.6 करोड़ रुपए हैं।

गौतम बुद्ध नगर से से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार डॉ. महेंद्र नागर और बीएसपी के उम्मीदवार राजेंद्र सिंह सोलंकी, दोनों ने ही अपनी संपत्ति 8.50-8.50 करोड़ रुपए घोषित की है।

कैलाश ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के माल‍िक हैं महेश शर्मा

बताना जरूरी होगा कि डॉ. महेश शर्मा कैलाश ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के नाम से अस्पताल चलाते हैं। नोएडा के सेक्टर 27, सेक्टर 71, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली, जेवर, खुर्जा और देहरादून में इस ग्रुप के अस्पताल चल रहे हैं। डॉ. महेश शर्मा की पत्नी उमा शर्मा कैलाश ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स में गाइनेकोलॉजिस्ट हैं।

कौन हैं डॉ. महेश शर्मा?

डॉ. महेश शर्मा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हैं और साल 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी ने पहली बार चुनाव मैदान में उतारा था। तब वह बसपा के उम्मीदवार सुरेंद्र सिंह नागर से 15,000 वोटों के अंतर से चुनाव हार गए थे। बीजेपी ने 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्हें नोएडा विधानसभा सीट से मैदान में उतारा था। तब डॉ. महेश शर्मा चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे और पहली बार विधानसभा पहुंचे थे।

2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें एक बार फिर गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट से टिकट दिया और इस बार उन्होंने बड़े अंतर से जीत हासिल की। तब उन्होंने सपा के उम्मीदवार नरेंद्र भाटी को 1,80,000 वोटों के अंतर से हराया था। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में डॉ. महेश शर्मा को संस्कृति और नागरिक उड्डयन जैसे अहम मंत्रालयों में राज्य मंत्री भी बनाया गया था।

2019 में मिली बड़ी जीत

साल 2019 के लोकसभा चुनाव में टिकट कटने की तमाम चर्चाओं के बीच बीजेपी ने फिर से डॉ. महेश शर्मा पर भरोसा जताया था। कहा जाता है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ उनके समर्थन में खड़ा रहा है। तब उन्होंने सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के उम्मीदवार सतवीर नागर को 3,37,000 मतों के अंतर से हराकर बड़ी जीत हासिल की थी।

2024 के लोकसभा चुनाव में इन तीनों प्रत्याशियों के द्वारा दाखिल किए गए हलफनामे के मुताबिक डॉ. महेश शर्मा और राजेंद्र सिंह सोलंकी के खिलाफ कोई भी पुलिस केस नहीं है लेकिन डॉ. महेंद्र नागर के खिलाफ एक मामले में गैर संज्ञेय अपराध के तहत मुकदमा दर्ज है। यह मुकदमा उनके खिलाफ साल 2017 के विधानसभा चुनाव में आचार संहिता का उल्लंघन करने के चलते दर्ज किया गया था।

आय में लगातार बढ़ोतरी

चुनाव में दाखिल किए गए हलफनामे से पता चलता है कि डॉ. महेश शर्मा की सालाना आय में पिछले 5 साल में लगातार बढ़ोतरी हुई है। साल 2018-19 में उनकी सालाना आय 1.40 करोड़ थी जबकि साल 2022-23 में यह बढ़कर 5.50 करोड़ हो गई।

हलफनामे के मुताबिक, डॉ. महेश शर्मा की चल संपति 20.8 करोड़ है जबकि उनकी पत्नी उमा शर्मा के पास 13.1 करोड़ रुपए की चल संपत्ति है। डॉ. महेश शर्मा के पास 1.60 लाख रुपए और उनकी पत्नी के पास 3 लाख रुपए नकद हैं। इसके अलावा कई बैंक अकाउंट्स में दोनों के पास एक करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि जमा है।

डॉ. शर्मा के हलफनामे से मिली जानकारी के मुताबिक, शर्मा दंपति ने लगभग 80 लाख रुपए इंश्योरेंस पॉलिसी में निवेश किया है। डॉ. शर्मा ने कई लोगों और फर्म को 10 करोड़ रुपए का जबकि उनकी पत्नी ने 9.1 करोड़ रुपए का अनसिक्योर्ड लोन दिया है।

हलफनामे से यह भी पता चलता है कि डॉ. महेश शर्मा के पास 40 लाख रुपए की फॉर्च्यूनर कार है जबकि उमा शर्मा के पास इनोवा क्रिस्टा और 30.7 लाख रुपए की जिप्सी है। डॉ. महेश शर्मा के पास 4.50 लाख रुपए की और उनकी पत्नी के पास 37 लाख रुपए की ज्वैलरी है।

डॉ. शर्मा के पास हैं 7 रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी

डॉ. महेश शर्मा के पास 7 रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी हैं। इनमें से 6 नोएडा में हैं और एक दिल्ली में है। इनकी कुल कीमत 37.9 करोड़ है। इसमें से एक प्रॉपर्टी में उन्होंने अपनी पत्नी को साझेदार बनाया है। इस प्रॉपर्टी की कीमत 12 करोड़ रुपए है।

हलफनामे के मुताबिक, डॉ. महेश शर्मा पर 20.40 लाख रुपए की देनदारी है जबकि उनकी पत्नी पर दो करोड़ रुपए की देनदारी है।

चर्चा में रही गौतम बुद्ध नगर सीट

गौतम बुद्ध नगर सीट बीते दिनों इंडिया गठबंधन के घटक दल सपा की ओर से उम्मीदवार बदलने को लेकर चर्चा में रही। यहां से सपा ने पहले डॉक्टर महेंद्र नागर को उम्मीदवार बनाया लेकिन कुछ दिन बाद पार्टी नेता राहुल अवाना को टिकट दे दिया। राहुल अवाना जब प्रचार शुरू कर चुके थे तो उनसे टिकट वापस लेकर एक बार फिर से डॉक्टर महेंद्र नागर को प्रत्याशी बना दिया गया।

पांच विधानसभा सीट हैं गौतम बुद्ध नगर में

गौतम बुद्ध नगर लोक सभा सीट में पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इसमें नोएडा जैसी हाई प्रोफाइल विधानसभा सीट भी शामिल है। इसके अलावा दादरी, जेवर, सिकंदराबाद और खुर्जा की सीट भी इसी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती हैं।