Chief Justice of India DY Chandrachud: चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) की अगुवाई वाली बेंच शिवसेना के दो धड़ों, उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे की तकरार पर बुधवार यानी 1 मार्च को भी सुनवाई कर रही है। बुधवार को कोर्ट की कार्यवाही शुरू होने के बाद चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ पहले, मामलों को लिस्ट कर रहे थे। इसी दौरान एक याचिकाकर्ता अपने केस पर अर्जेंट सुनवाई की मांग करते हुए कहने लगा कि उसकी जान खतरे में है।

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CJI ने दी डेट तो बोला- तब तक तो जिंदा ही नहीं बचूंगा

याचिकाकर्ता की दरख्वास्त पर चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) ने मामले को 17 मार्च के लिए लिस्ट कर दिया। इस पर याचिकाकर्ता ने दलील दी कि ‘उन लोगों ने मेरे खिलाफ फेक वारंट जारी कर दिया है… 6 मार्च के बाद तो मैं जिंदा ही नहीं बचूंगा’। याचिकाकर्ता ने आगे कहा कि कपिल सिब्बल और संजय हेगड़े उसकी मदद कर रहे हैं। उसने सीजेआई से अर्जेंट हियरिंग की अपील की, लेकिन मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने सॉरी कहते हुए मामले को 17 मार्च के लिए लिस्ट कर दिया।

जज ने पूछा मामला क्या है- वकील बोला पता ही नहीं है

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में बुधवार को एक और रोचक वाकया हुआ। जस्टिस सुधांशु धूलिया (Justice Sudhanshu Dhulia) एक मामले की सुनवाई कर रहे थे। इस दौरान वकील ने मामले को स्थगित करने की दरख्वास्त की और तर्क दिया कि वह ‘प्रॉक्सी काउंसिल’ है। उसकी इस दलील पर जस्टिस धूलिया ने टोकते हुए कहा कि प्रॉक्सी क्या होता है? यह कहो कि तुम जूनियर वकील हो और अब बहस करो।

जस्टिस सुधांशु धूलिया (Justice Sudhanshu Dhulia) ने आगे वकील से पूछा कि मामला क्या है? इस पर एडवोकेट ने साफ इंकार करते हुए कहा कि ‘मुझे कुछ पता ही नहीं है।’

वकील के काउंटर सवाल पर नाराज हो गए थे CJI

बता दें कि इससे पहले 28 फरवरी के जब चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ मामले को लिस्ट कर रहे थे, तब एक वकील उनसे बार बार काउंटर सवाल करने लगा, जिस पर चीफ जस्टिस ने कड़ी आपत्ति जताई थी। वकील के बार-बार टोकने पर जस्टिस चंद्रचूड़ ने जवाब देते हुए कहा था कि हम आपके सवालों का जवाब देने के लिए नहीं बैठे हैं, बल्कि ऑर्डर पास करने के लिए बैठे हैं…Thats All…।