महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले लाइटहाउस जर्नलिज्म को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे का एक वीडियो मिला। इस वीडियो को बड़े पैमाने पर शेयर किया जा रहा है। 45 सेकेंड का यह वीडियो दो हिस्सों में है। पहले हिस्से में दिखाया गया है कि ठाकरे गोमांस खाने की बात स्वीकार कर रहे हैं, जबकि दूसरे हिस्से में अलग-अलग लोग उनके बारे में अपनी राय साझा करते हैं।

जाँच करने पर हमने पाया कि ठाकरे ने ऐसा कुछ भी स्वीकार नहीं किया है। उनके बयानों को गलत तरीके से प्रस्तुत करने के लिए वीडियो को डिजिटली एडिट किया गया है।

क्या है दावा?

X उपयोगकर्ता आशीष नज़र ने झूठे दावे के साथ वीडियो साझा किया।

अन्य उपयोगकर्ता भी यही दावा साझा कर रहे हैं।

जांच पड़ताल:

हमने वीडियो के कीफ्रेम की जांच की। शेयर किए जा रहे विजुअल्स पर हमने जो एक चीज देखी, वह थी स्क्रीन पर ‘दशहरा रैली लाइव’ लिखा हुआ।

इसलिए, हमने उद्धव ठाकरे के दशहरा संबोधन की खोज शुरू की।

हमें इस साल की दशहरा रैली से उनका ऐसा ही विजुअल मिला, जिसे दो हफ्ते पहले मुंबई के शिवाजी पार्क से स्ट्रीम किया गया था।

भाषण में करीब 2 घंटे 7 मिनट पर, वह महाराष्ट्र सरकार द्वारा गाय को ‘राज्यमाता’ घोषित करने की बात करते हैं।

इसके बाद वह गौरक्षकों के बारे में बात करते हैं। 2 घंटे 8 मिनट पर वह कहते हैं कि हरियाणा में आर्यन मिश्रा नाम के एक लड़के की हत्या इस शक के आधार पर कर दी गई कि वह गोमांस ले जा रहा था। ठाकरे ने आरोप लगाया कि उसकी बेवजह हत्या की खबर इसलिए नहीं आई क्योंकि वह हिंदू था, मुसलमान नहीं।

इसके बाद वह केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के पुराने बयान के बारे में बात करते हैं जिसमें उन्होंने स्वीकार किया था कि वह गोमांस खाते हैं और कोई उन्हें रोक नहीं सकता।

इसके बाद ठाकरे आरोप लगाते हैं, “आप गोमांस ले जाने के शक में बच्चों को मार देते हैं, लेकिन जो खुलेआम इसे खाने की बात स्वीकार करता है, उसे आप अपने मंत्रिमंडल में जगह देते हैं।”

इससे उद्धव ठाकरे द्वारा गोमांस खाने की बात स्वीकार करने की अटकलों पर विराम लग गया।

2015 में तत्कालीन गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने अपने सहयोगी मुख्तार अब्बास नकवी की इस टिप्पणी से असहमति दर्ज कराई थी कि गोमांस खाने वालों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए और सवाल किया था कि क्या कोई उन्हें गोमांस खाने से रोक सकता है।

निष्कर्ष: दशहरे के दौरान दिए गए उद्धव ठाकरे के भाषण का एडिटेड वीडियो गलत दावे के साथ साझा किया जा रहा है। ठाकरे ने गोमांस खाने वाले बात नहीं कही। वायरल दावा गलत है।