Iran-Israel War: इजराइल-ईरान संघर्ष के बीच शनिवार की देर रात अमेरिकी टॉमहाक मिसाइलों और बंकर बस्टर बमों ने तनाव को एक नया मोड़ दे दिया। अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों फोर्दो, नतांज और इस्फहाम पर हमला किया। इस हमले को अमेरिका ने रणनीतिक आवश्यकता बताया। ईरान ने इसे थोपा गया युद्ध करार दिया।
हालांकि, संघर्ष की स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि पूरी दुनिया के लिए यह वैश्विक संयम के अंत का एक संकेत है। हम एक ऐसी दुनिया में रह रहे हैं, जहां अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष की कानूनी संरचना, संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव, संप्रभु अनाक्रमण, यहां तक कि निवारण भी तत्कालिकता के बोझ तले ढह गए हैं। ईरान पर हमला करके अमेरिका ने साफ कर दिया है कि ईराक एक चेतावनी थी, लेकिन ईरान तबाही है।
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काफी पुराना है ये संघर्ष
इस संघर्ष की शुरूआत रातों-रात नहीं हुई है। यह कई वर्षों से पनप रहा था। अमेरिका के इस हमले के बाद वर्षों से जारी संघर्षों को बड़े आकार में आने का मौका मिल गया है, जिसमें एक-एक कर सभी देश शामिल हो सकते हैं। ईरान ने अमेरिका के हमले का जवाब देने की बात कही है। अगर ईरान ऐसा करता है तो इसका असर दूसरे देशों पर पड़ेगा।
कई देशों पर पड़ेगा असर
भले ही मिसाइलें बहरीन या तेल अवीव में गिर रही है, लेकिन इसका असर लंदन, मुंबई, नैरोबी, जकार्ता में देखने को मिलेगा। संघर्षों के कारण पेरिस में तेल के दाम बढ़ जाएंगे। शंघाई में जहाज से माल ढुलाई की लागत में भी बढ़ोतरी होने की संभावना है।
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ईरान-इजरायल युद्ध का क्या होगा असर?
क्षेत्रीय संघर्ष केवल सीमाओं तक सीमित नहीं रहेंगे। ईरान पारंपिक युद्ध के माध्यम से नहीं बल्कि अपने प्राक्सी नेटवर्क के जरिए जवाब देता है, जिसमें हिजबुल्ला, हूती और ईराकी मिलिशिया के माध्यम से मिसाइलें दागना शामिल है। नतीजा यह कि लाल सागर का क्षेत्र अब युद्ध सागर में बदल गया है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था को संकट
वैश्विक अर्थव्यवस्था को संकट का सामना करना पड़ सकता है। ईरान ने होर्मुज जलडमरूमध्य में नाकाबंदी कर दी, जिससे कच्चे तेल के दाम 120 डालर के पार चले गए। आपूर्ति शृंखला चरमरा गई। अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका की कमजोर अर्थव्यवस्थाएं मंदी की ओर बढ़ रही है।
अन्य देशों पर भी होगा असर
इस संघर्ष का प्रभाव युद्धक्षेत्र के फैलाव के रूप में सामने आएगा। ईरान पर किए गए हमले को देखते हुए चीन ने ताइवान पर पूर्व रक्षात्मक रुख अपनाना शुरू कर दिया। भारत-पाकिस्तान में तनाव बना हुआ है। रूस का यूक्रेन के साथ युद्ध अभी भी जारी है।
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