भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्रैवल एंड फूड चैनल कर्ली-टेल्स (Curly Tales) की एडिटर-इन-चीफ कामिया जानी (Kamiya Jani) से लंबी बातचीत की है। सोशल मीडिया पर इस बातचीत की खूब चर्चा है।
राहुल गांधी ने कामिया जानी को दिए इंटरव्यू में अपनी पढ़ाई, पसंदीदा खाना, शादी की योजना लेकर निजी जीवन के विभिन्न पहलुओं पर बात की है। राहुल गांधी ने यह भी बताया है कि उन्होंने अपनी पहली नौकरी (Rahul Gandhi First Job) किस कंपनी में की थी और उन्हें कितनी सैलरी (Rahul Gandhi First Salary) मिलती थी।
राहुल गांधी की पहली नौकरी?
राहुल गांधी ने पहली नौकरी लंदन में की थी। एक स्ट्रेटजी कंसल्टेंट्स कंपनी थी, जिसका नाम ‘मॉनिटर कंपनी’ था। यह एक कॉर्पोरेट जॉब था, जिसमें राहुल गांधी किसी सामान्य कर्मचारी की तरह ही रोज ऑफिस जाते थे। अपने इंटरव्यू में राहुल बताते हैं कि उनकी पहली सैलरी करीब 3,000 पाउंड थी। उन्होंने अपनी पहली तनख्वाह रेंट और रोजमर्रा की दूसरी जरूरतों के लिए खर्च किया था। तब राहुल गांधी की उम्र करीब 24-25 साल थी।
राहुल गांधी ने कहां से की है पढ़ाई?
राहुल गांधी का नाम कई शिक्षण संस्थानों से जुड़ता है। यह कन्फ्यूजन भी रहता है कि उन्होंने कहां से पढ़ाई की है और कहां से नहीं है। इंटरव्यू में जब राहुल से उनके एकेडमिक क्वालिफिकेशन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनकी स्कूलिंग दिल्ली से हुई है। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सुरक्षा कारणों से होम स्कूलिंग शुरु हो गयी।
हायर एजुकेशन के लिए उन्होंने एक साल दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज में पढ़ाई की। सेंट स्टीफन में उन्होंने इतिहास पढ़ा। इसके बाद वह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी चले गए। वहां उन्होंने ‘इंटरनेशनल रिलेशन इन पॉलिटिक्स’ विषय को पढ़ा। जब राहुल हार्वर्ड में थे उसी दौरान उनके पिता और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या हो गयी। एक बार फिर उन्हें सुरक्षा कारणों से हार्वर्ड छोड़ना पड़ा।
इसके बाद वह अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित रोलिंस कॉलेज चले गए। वहां उन्होंने ‘इंटरनेशनल रिलेशन इन इकोनॉमिक्स’ विषय में पढ़ाई की। राहुल गांधी ने अपनी मास्टर की डिग्री इंग्लैंड के कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से प्राप्त की है।
राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनने पर क्या करेंगे?
कर्ली-टेल्स (Curly Tales) के इंटरव्यू में राहुल ने बताया है कि अगर वह प्रधानमंत्री बनते हैं तो सबसे पहले एजुकेशन सिस्टम को बदलेंगे। दूसरा वह मीडियम स्केल के व्यवसायों की मदद करेंगे। राहुल ने बताया कि इन दो कामों के अलावा वह किसानों और बेरोजगार युवाओं सहित कठिन समय से गुजर रहे लोगों के साथ खड़े होंगे।
