हरियाणा विधानसभा चुनाव कुछ ही महीने बाद होने हैं। राज्य की आदमपुर विधानसभा सीट ऐसी है जहां 1967 से भजनलाल के परिवार का ही कब्जा रहा है। चाहे वे किसी भी पार्टी से चुनाव लड़े हों, जीत उनकी ही हुई है। अभी वहां से भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई भाजपा से विधायक हैं। नवंबर 2022 में हुए उपचुनाव में वह जीत हैं। लेकिन, क्या 2024 में भाजपा उन्हें टिकट देगी?
यह सवाल राजनीतिक गलियारों में इसलिए उठ रहा है क्योंकि भव्य के पिता कुलदीप बिश्नोई भाजपा से नाराज बताए जाते हैं। लोकसभा चुनाव में उन्हें हिसार से टिकट नहीं देकर हिसार की चुनावी लड़ाई में बीजेपी ने चौटाला परिवार की एंट्री करा दी थी। तब बिश्नोई ने अपनी नाराजगी सार्वजनिक भी की थी। फिर उन्हें बेटे को मंत्री बनाए जाने की उम्मीद थी। वह भी पूरी नहीं हुई। ऐसे में विधानसभा चुनाव में उनके विधायक बेटे का टिकट रहेगा या कटेगा, इस बारे में कुछ पक्का कहा नहीं जा सकता।
जून में कुलदीप बिश्नोई ने दिल्ली में भी भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाकात की थी। अटकलें थीं कि वह अपने लिए राज्यसभा की सीट और बेटे के लिए हरियाणा सरकार में मंत्री का पद पाने की कोशिश में थे। लेकिन, भाजपा उन्हें तवज्जो देती नहीं लग रही।
क्या कुलदीप बिश्नोई की भाजपा से नाराजगी अभी भी खत्म नहीं हुई है? यह सवाल एक बार फिर इसलिए उठा है क्योंकि बिश्नोई और उनका विधायक बेटा भव्य बिश्नोई हिसार में होते हुए भी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के कार्यक्रम में रविवार को शामिल नहीं हुए। लोकसभा चुनाव के वक्त बिश्नोई ने हिसार से टिकट नहीं मिलने पर अपना दर्द वीडियो जारी कर सार्वजनिक कर दिया था। वह तब भी हिसार में उस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे, जिसमें नायब सिंह सैनी और मनोहर लाल खट्टर ने हिसार में भाजपा दफ्तर का उदघाटन किया था।
कुलदीप बिश्नोई हिसार से सांसद रहे हैं। उनके बेटे भव्य बिश्नोई जिले में आदमपुर सीट से भाजपा विधायक हैं। कहा जाता है कि वह बेटे भव्य को राज्य में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने की उम्मीदें पाल रहे थे, लेकिन ऐसा नहीं होने से भी वह नाराज चल रहे हैं।
रविवार को हिसार के नलवा विधानसभा क्षेत्र के आर्य नगर गांव में सीएम नायब सिंह सैनी का कार्यक्रम था। इसके लिए सभी विधायकोंं को न्यौता भेजा गया था। लेकिन, भव्य और उनके पिता कुलदीप हिसार जिले में ही आदमपुर में अन्य कार्यक्रमों में व्यस्त रहे। हालांकि, उनके प्रवक्ता का कहना है कि उनका कार्यक्रम पहले से तय था। इसलिए वे खुद सीएम के कार्यक्रम में नहीं गए, लेकिन उनका करीबी नेता उस कार्यक्रम में शामिल हुआ था।

आदमपुर में अन्य कार्यक्रमों में शामिल हुए पिता-पुत्र
वहीं, दूसरी ओर आदमपुर वासियों और नगर पालिका हटाओ संघर्ष समिति की ओर से कुलदीप बिश्नोई और उनके बेटे भव्य बिश्नोई के लिए अभिनंदन समारोह रखा गया था। इस दौरान आदमपुर में रोड शो निकाला गया था। इसके बाद आदमपुर अनाज मंडी में सभा को संबोधित करते हुए कुलदीप बिश्नोई ने कहा था कि आदमुपर और भजनलाल परिवार का रिश्ता कभी राजनीतिक नहीं रहा। आप लोग हमारे लिए वोटर नहीं परिवार हो और हम भी नेता नहीं आपके परिवार की तरह हैं।
भव्य बिश्नोई ने सीएम सैनी का जताया आभार
वहीं, कुलदीप के बेटे और विधायक भव्य बिश्नोई ने कहा कि आदमपुर नगर पालिका को तुड़वाने के लिए स्थानीय निवासियों की मांग को हमने मुख्यमंत्री के समक्ष रखा और हम आभारी हैं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और शहरी निकाय मंत्री सुभाष सुधा का जिन्होंने जनमानस की भावनाओं को समझते हुए आदमपुर नगर पालिका तोड़ने की हमारी मांग को स्वीकार किया। उन्होंने इस मांग को लेकर लंबा संघर्ष करने वाली संघर्ष समिति के सभी सदस्यों का भी आभार जताया।
हिसार से टिकट नहीं मिलने से नाराज कुलदीप बिश्नोई
इससे पहले लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने हिसार से बिजली मंत्री रणजीत चौटाला को मैदान में उतारा था। कुलदीप बिश्नोई ये आस लगाए बैठे थे कि पार्टी उन्हें हिसार से टिकट देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिसके बाद बिश्नोई का दर्द और नाराजगी खुलकर सामने आई थी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर वीडियो पोस्ट कर कहा था कि टिकट की घोषणा के बाद से उनके पास समर्थकों के फोन आ रहे हैं। इसके अलावा भी कई लोगों के फोन आ रहे हैं लेकिन हमें मायूस नहीं होना है। हमें पार्टी के लिए काम करना है और पीएम मोदी के हाथ को मजबूत करना है।

चुनाव प्रचार से बनाई थी दूरी
हिसार से लोकसभा टिकट नहीं मिलने के बाद कुलदीप के समर्थकों ने बीजेपी से नाराजगी जाहिर की थी। कुलदीप बिश्नोई भी कुछ समय के लिए चुनाव प्रचार से दूर रहे थे और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के दिल्ली आवास पर उनसे मुलाक़ात के बाद ही पार्टी के अभियान में शामिल हुए थे। वहीं, चुनाव के नतीजे सामने आने पर बीजेपी कैंडीडेट चौटाला को कांग्रेस उम्मीदवार जय प्रकाश के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। बीजेपी ने निर्दलीय विधायक रणजीत चौटाला को पार्टी में शामिल कर हिसार से अपना उम्मीदवार घोषित किया था।
हिसार लोकसभा चुनाव 2024 परिणाम
पार्टी | कैंडीडेट | वोट प्रतिशत |
कांग्रेस | जय प्रकाश | 48.6 |
बीजेपी | रणजीत चौटाला | 43.2 |
बीएसपी | देश राज | 2.2 |
आईएनएलडी | सुनयना चौटाला | 1.9 |
जेजेपी | नैना सिंह चौटाला | 1.9 |
हरियाणा के स्टार प्रचारकों की लिस्ट से भी गायब था कुलदीप का नाम
वहीं, जब हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मार्च 2024 में चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया और हिसार सीट के लिए भाजपा के उम्मीदवार के लिए चुनाव अभियान शुरू किया था तो कुलदीप बिश्नोई वहां भी अनुपस्थित थे। जब भाजपा ने राज्य के लिए अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी तब भी उनका नाम लिस्ट से गायब था।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 में पहली बार ऐसा हुआ था कि पूर्व सीएम भजनलाल के परिवार के किसी भी सदस्य ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था। 2009 से बिश्नोई परिवार लगातार लोकसभा चुनाव लड़ता आया है। मार्च 2022 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को पार्टी ने विधानसभा उपचुनाव लड़वाया था। इस चुनाव में उन्होने जीत हासिल की थी।

भाजपा हाईकमान कुलदीप बिश्नोई से नाराज
कुलदीप ने विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली में भी लॉबिंग शुरू कर दी है। जून में उन्होंने भाजपा के कई शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी। राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि हिसार लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार रणजीत चौटाला का पूरी तरह से साथ नहीं देने के वजह से भाजपा हाईकमान कुलदीप बिश्नोई से नाराज है।
हिसार विधानसभा चुनाव 2019 परिणाम
हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के लिए अक्टूबर 2019 में चुनाव हुए थे। बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी और जननायक जनता पार्टी और सात निर्दलीय विधायकों के साथ चुनाव के बाद गठबंधन में सरकार बनाई थी। भाजपा के मनोहर लाल खट्टर और जेजेपी अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने क्रमशः मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी और बीजेपी-जेजेपी की गठबंधन सरकार बनी।
पार्टी | वोट प्रतिशत |
बीजेपी | 36.49 |
कांग्रेस | 28.08 |
जेजेपी | 14.80 |
आईएनएलडी | 2.44 |
हरियाणा लोकहित पार्टी | 0.66 |
निर्दलीय | 9.17 |
हरियाणा लोकसभा चुनाव 2024 परिणाम
राजनीतिक दल | लोकसभा चुनाव 2024 में मिली सीट |
कांग्रेस | 5 |
बीजेपी | 5 |