भारत को फाइटर जेट्स की खरीद के लिए रूस और फ्रांस दोनों तरफ से लुभावने ऑफर मिल रहे हैं। रूस ने Su-57E पर 126 विमानों का सौदा बढ़ाने का प्रस्ताव दिया जो राफेल को टक्कर दे सकता है। वहीं, फ्रांस ने राफेल के साथ-साथ तेजस Mk-2 के लिए साफ्रान का M88-4 इंजन ऑफर किया। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में भारत को अमेरिका से F-35 लाइटनिंग II लड़ाकू विमान खरीदने का प्रस्ताव दिया था। F-35 लड़ाकू विमान को दुनिया का सबसे घातक लड़ाकू विमान माना जाता है। आइए जानते हैं दुनिया के सबसे ताकतवर लड़ाकू विमान कौन-कौन से हैं और क्या है इनकी खासियत।

फ्रांस का राफेल विमान- राफेल भारत के पास पहले से मौजूद है और जल्दी उपलब्ध हो सकता है। फ्रांस ने राफेल F4 के साथ तेजस Mk-2 इंजन का ट्रेजर ऑफर दिया है। राफेल विमान की कीमत करीब 1,000 करोड़ रुपये प्रति एयरक्राफ्ट है। यह एक 4.5 जेनरेशन विमान है जिसमें AESA रडार, मेटियॉर मिसाइल, रेंज 3700 किमी, स्पीड मैक 1.8, पेलोड 9.5 टन है। वहीं, इसके साथ मिलने वाला तेजस Mk-2 एयरक्राफ्ट के लिए साफ्रान का M88-4 इंजन GE F414 और MRFA (मल्टी-रोल फाइटर एयरक्राफ्ट) का विकल्प हो सकता है।

ऑपरेशन सिंदूर में यह सफल साबित हुए हैं। हालांकि, भारत इसमें अपनी तकनीक या हथियार आसानी से नहीं जोड़ सकता है। फ्रांस सोर्स कोड साझा नहीं करता जिससे यह कर पाना कठिन हो जाता है। महंगा होने के साथ ही राफेल विमान के अपग्रेड भी महंगे होते हैं। इनकी डिलीवरी में भी देरी की संभावना है।

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राफेल से सस्ता है रूस का Su-57E विमान

रूस का Su-57E विमान- रूस के 126 Su-57E फाइटर जेट की कीमत 670 करोड़ रुपये प्रति विमान है और फाइटर जेट स्टील्थ कैटेगरी के हैं। यह रूसी लड़ाकू विमान थोड़ा सस्ता है लेकिन इसकी विश्वसनीयता पर सवाल है। यह 5th जेनरेशन विमान है लेकिन इसका इंजन अभी अपरिपक्व है। Su-57E अमेरिकी F-35 की तरह ही स्‍टील्‍थ फाइटर जेट है जो दुश्‍मनों के रडार सिस्‍टम को चकमा देने में सक्षम है। रूसी पांचवीं पीढ़ी का यह जेट स्‍पीड और ऑपरेशनल रेंज में भी अन्‍य समकक्ष फाइटर जेट अव्‍वल है। यह विमान सोर्स कोड से लेस है और इसका 70 से 80% प्रतिशत कलपुर्जे HAL नासिक में बने हैं। यह विमान अस्त्रा और रुद्रम जैसे भारतीय हथियारों का इंटीग्रेशन करने में सक्षम है।

विमान में इंटरनल वेपन बे, सुपरमैन्यूवरेबिलिटी, ओपन आर्किटेक्चर है। Su-57E विमान की रेंज 3500 किलोमीटर, स्पीड मैक 2 और पेलोड 10 टन है यह विमान Su-30MKI से कम्पैटिबल है लेकिन विमान की स्टील्थ रडार क्रॉस-सेक्शन (RCS) 0.1-1 MA है, जो बड़ी कमी है। वहीं विमान का इंजन AL-41F1S का थ्रस्ट 147 kN है जो हल्का और कम पावर वाला है।

F-16 फाइटर जेट को दुनिया के सबसे खतरनाक लड़ाकू विमानों में गिना जाता है

अमेरिका का F-16 विमान– ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान के तीन फाइटर जेटों को मार गिराया था। इसमें अमेरिका निर्मित F-16 विमान भी था। ऐसे में चलिए जानते हैं कि अमेरिका का F-16 फाइटर जेट कितना ताकतवर है, जिसे भारतीय सेना ने अपने S-400 एयर डिफेंस सिस्टम से मार गिराया। F-16 फाइटर जेट को दुनिया के सबसे भरोसेमंद और खतरनाक लड़ाकू विमानों में गिना जाता है जो दुश्मन के किसी भी हमले का जवाब देने में सक्षम है। इसकी खासियत फ्लाई वायर सिस्टम है। यह लड़ाकू विमान अपने साथ 6 एयर टू एयर मिसाइलें लेकर उड़ान भर सकता है। इसकी अधिकतम रफ्तार मैक 2 यानी करीब 2400 किमी/घंटा तक होती है। दुनियाभर में 25 से ज्यादा देशों के पास F-16 विमान है। F-16 की कीमत इसके मॉडल पर निर्भर करती है। एक नए एफ-16 की कीमत लगभग $40-70 मिलियन यानि लगभग 300-500 करोड़ रुपये तक होती है।

एफ-16 फाइटर जेट को फाइटिंग फाल्कन के नाम से जाना जाता है। यह सिंगल-इंजन, सुपरसोनिक, मल्टीरोल लड़ाकू विमान है। यह विमान हल्का, तेज और तकनीकी रूप से एडवांस्ड है। इस विमान को खराब मौसम में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका रडार सिस्टम 84 किमी तक 20 लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है। F-16 विमान 4.5 जेनरेशन का सबसे एडवांस फाइटर जेट माना जाता है। इसकी हथियार क्षमता 7700 किलोग्राम है जो राफेल से कम है।

चीन का J-10 विमान- भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर में हुए हवाई संघर्ष के दौरान पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने चीन निर्मित J-10C फाइटर जेट्स का उपयोग करके भारतीय वायुसेना के कई विमानों, जिनमें फ्रांसीसी राफेल जेट्स शामिल थे, उनको मार गिराया। हालांकि, भारत ने इन दावों को खारिज करते हुए इसे अफवाह और गलत सूचना बताया था। J-10 को चीन की एवीआईसी चेंगदू एयरक्राफ्ट कंपनी लिमिटेड ने तैयार किया है। यह एक सिंगल-इंजन, मल्टीरोल फाइटर जेट है। चीन का J-10C अपने AESA रडार के साथ आता है। यह PL-15 मिसाइलों और केवल चीन के पुर्जों और रखरखाव नेटवर्क से चलता है।

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