केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) अपनी साफ-सुथरी छवि और काम के लिए जाने जाते हैं। नितिन गडकरी कहते हैं कि मुझे खरीदने वाला कोई पैदा नहीं हुआ है। अपने सारे खर्चे खुद उठाता हूं, किसी से कोई मदद नहीं लेता। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी कहते हैं कि मैं अपनी गाड़ी से लेकर स्टाफ और सभी कर्मचारियों का खर्च खुद उठाता हूं। दिल्ली से लेकर मुंबई के घर में तमाम लोग काम करते हैं, उनको तनख्वाह देता हूं।
नितिन गडकरी करते हैं कि अगर अपना खर्च उठाने के लिए मेरे पास पैसे नहीं होते तो लोग मेरे आगे-पीछे टहलते, मुझे स्पॉन्सरशिप देते और मुझे खरीदने का प्रयास करते। मुझे खरीदने वाला कोई पैदा नहीं हुआ है, इसका कारण मेरी आर्थिक स्थिति। ‘आप की अदालत’ (Aap Ki Adalat) में इसका जिक्र करते हुए गडकरी ने चुनाव से जुड़ा एक वाकया भी सुनाया था।
बिजनेसमैन का पैसा लेने से कर दिया था इंकार
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari Interview) बताते हैं कि चुनाव के वक्त एक नामी उद्योगपति मेरे पास आया और मुझसे कहने लगा कि आप को चुनाव में मदद करेंगे। मैंने उससे कहा कि तुम मेरी मदद क्यों करोगे? तुम्हारी खुद की हालत खराब है, खुद नुकसान में जा रहे हो। मेरी कोई मदद नहीं करनी है, पहले अपना घर संभालो। मेरी बात सुनकर उसकी आंखों में आंसू आ गए। इस तरह का हादसा मेरे साथ चार-पांच बार हो चुका है।
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari Statement) कहते हैं कि मैंने खुद 5-7 लोगों को पार्टी के लिए पैसा देने से मना किया है, क्योंकि मैं उन्हें परिवार की तरह मानता हूं। मुझे पता है कि उनकी स्थिति अच्छी होगी तो खुद मेरे पास आकर कहेंगे कि क्या करना है। जो आदमी बुरी हालत में बैंक का कर्ज नहीं दे सकता, मैं नहीं चाहता कि जबरदस्ती मेरी मदद करे।
‘जिसका हाथ पकड़ लेता हूं, कभी नहीं छोड़ता’
गडकरी (Nitin Gadkari) कहते हैं कि मैंने ऐसे संबंध बनाए हैं, चाहे मैं सत्ता में रहूं या जाऊं कोई फर्क नहीं पड़ता। और मैं एक बार जिसका हाथ पकड़ लेता हूं, फिर कभी नहीं छोड़ता हूं। जिससे दोस्ती है उससे पक्की दोस्ती है और हमेशा रहेगी। नितिन गडकरी कहते हैं कि मैंने कभी भी सोने के पिंजरे में बैठने का सपना नहीं देखा है। मुझे मेरी हैसियत और औकात से बहुत ज्यादा मिला है। ना किसी की लॉबिंग करता हूं, ना किसी के पास जाता हूं।
नितिन गडकरी पिछले दिनों इंडियन एक्सप्रेस के कार्यक्रम Adda में भी शामिल हुए थे, जहां उन्होंने अपनी लाइफस्टाइल से लेकर खानपान की रुचियों के बारे में विस्तार से बताया था। उन्होंने बताया था कि योग और प्राणायाम के जरिये उन्होंने अपना वजन 135 किलो से घटाकर 89 किलो कर लिया है। किसी भी सूरत में एक्सरसाइज नहीं भूलते हैं।
गडकरी ने बताा था कि हर दिन शाम 7 बजे के बाद मैं सोचता हूं कि आज किस होटल में जाना है। स्वास्थ्य को देखते हुए खाना कम हो गया है, लेकिन खाने की नीयत नहीं बदली है। (पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…)