अंकिता देशकर

सोशल मीडिया पर एक पोस्‍ट शेयर हो रहा है। इसमें एक कार्टून है। कार्टून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मेडल पहनाते हुए द‍िखाया गया है। इसके साथ एनसीआरबी (National Crime Records Bureau) के कुछ आंकड़े ल‍िखे गए हैं। साथ में, देश के प्रमुख दैनिक समाचार पत्रों में से एक, जनसत्ता का नाम व लोगो इस्‍तेमाल क‍िया गया है। पोस्‍ट को देख कई लोग ऐसा समझ रहे हैं क‍ि यह कार्टून जनसत्‍ता में छपा है। कुछ लोग सोशल मीड‍िया पर ऐसा दावा भी कर रहे हैं। लेक‍िन, यह सच नहीं है। पोस्‍ट की पड़ताल में हमने पाया कि दावा भ्रामक है। जनसत्ता ने कार्टून नहीं छापा।

पहले जानते हैं क्‍या हो रहा वायरल?

फेसबुक, इंस्‍टाग्राम आद‍ि सोशल मीड‍िया प्‍लैटफॉर्म पर यह कार्टून वाला पोस्‍ट वायरल हो रहा है। कई वेर‍िफायड अकाउंट से भी इसे शेयर क‍िया जा रहा है। जैसे, Jharkhand Youth Congress नाम के इस वेर‍िफायड फेसबुक अकाउंट की ओर से यह कार्टून अपने प्रोफ़ाइल पर साझा किया गया है।

कई अन्य यूजर्स भी पोस्ट को शेयर कर रहे हैं।

पोस्‍ट की पड़ताल में क्‍या न‍िकला

लाइटाउस जर्नल‍िज्‍म ने इस वायरल पोस्‍ट की पड़ताल की। हमने सबसे पहले यही पता करना शुरू क‍िया क‍ि क्‍या यह कार्टून हाल ही में जनसत्ता अखबार या वेबसाइट में आया है? हमें वहां यह कार्टून नहीं मिला। वेबसाइट पर हमें NCRB डेटा का उपयोग करके बनाया गया एक आर्ट‍िकल जरूर म‍िला।

जनसत्ता वेबसाइट पर कीवर्ड सर्च का इस्तेमाल करने पर हमें jansatta.com पर यह लेख मिला।

अंकित राज द्वारा लिखा गया लेख 5 दिसंबर, 2023 की शाम करीब चार बजे प्रकाशित हुआ था। लेख में एनसीआरबी के आंकड़ों के आधार पर उत्‍तर प्रदेश में अपराध की स्‍थि‍त‍ि का ब्‍योरा है और आंकड़ों को टेबल के रूप में पेश क‍िया गया है। इस लेख में वह कार्टून इस्‍तेमाल नहीं क‍िया गया है जो सोशल मीड‍िया पर जनसत्‍ता के नाम के साथ प्रसार‍ित क‍िया जा रहा है।

हमने पाया क‍ि यह लेख प्रकाश‍ित होने के एक-दो द‍िन बाद ही कई सोशल मीड‍िया अकाउंट से उक्‍त कार्टून वाला पोस्‍ट पब्‍ल‍िश क‍िया था। जैसे- ये पोस्‍ट देख‍िए

फिर हमने jansatta.com के संपादक विजय कुमार झा से बात की। उन्होंने बताया कि जनसत्ता के नाम पर वायरल क‍िया जा रहा कार्टून जनसत्ता द्वारा न तो बनाया गया है और न ही किसी लेख में इस्तेमाल किया गया है। एनसीआरबी के डेटा पर आधार‍ित लेख में भी नहीं।

हमें इंस्‍टाग्राम पर congress_express नाम के अकाउंट से भी यह कार्टून शेयर क‍िया म‍िला। इस पोस्‍ट के जर‍िए शेयर कार्टून पर congress_express का लोगो भी लगा था।

‘कांग्रेस एक्सप्रेस’ लोगो पर रिवर्स इमेज सर्च करते हुए हम इस यूट्यूब चैनल पर पहुंच गए। हमें इस चैनल पर भी शेयर किया गया कार्टून मिला।

Fact Check
‘कांग्रेस एक्सप्रेस’ के यूट्यूब चैनल पर शेयर किया गया पोस्ट।

इस यूजर का एक्स खाता अस्थायी रूप से प्रतिबंधित बताया जा रहा है।

निष्कर्ष: जनसत्ता के नाम व लोगो के साथ सोशल मीड‍िया पर शेयर क‍िया जा रहा पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ वाला कार्टून से जनसत्‍ता का कोई वास्‍ता नहीं है। ऐसे सोशल मीड‍िया पोस्‍ट भ्रामक (misleading| हैं और इस कार्टून से जोड़ कर जनसत्‍ता को लेकर क‍िए जा रहे दावे या ट‍िप्‍पण‍ियां गलत हैं।