अपने कार्यकाल के आखिरी दिन (26 अगस्त) भारत के 48वें मुख्य न्यायाधीश एन वी रमना (CJI NV Ramana) ने सुप्रीम कोर्ट में माफी मांगी। उन्होंने लंबित मामलों को एक बड़ी चुनौती बताते हुए कहा, कार्यकाल के दौरान सुनवाई के लिए मामलों की लिस्टिंग और पोस्टिंग पर ध्यान ना दे पाया- I Am Sorry
आठ साल तक सुप्रीम कोर्ट के जज और पिछले 16 माह से चीफ जस्टिस के तौर पर भारतीय न्यायपालिका का नेतृत्व करने वाले रमना ने कहा कि, 16 महीनों में सिर्फ 50 दिन ही प्रभावी और पूर्णकालिक सुनवाई कर पाया हूं।
न्यायपालिका में संसाधनों की जरूरत पर रोशनी डालते हुए CJI ने कहा, समाधान खोजने के लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी और आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस को तैनात करने की आवश्यकता है।
कितने लंबित हैं मामले?
4 अगस्त, 2022 को केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरण रिजिजू ने राज्यसभा में बताया था कि उच्चतम न्यायालय में 2 अगस्त 2022 तक कुल 71,411 मामले लंबित थे। इसमें से 56,365 सिविल और 15,076 क्रिमिनल मामले शामिल हैं। लंबित मामलों में 10,491 से अधिक एक दशक से अधिक पुराने हैं। 42,000 से अधिक मामले पांच साल से कम और 18,134 पांच से 10 साल के बीच के हैं। मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ये आंकड़े पेश किए थे।
इस साल 29 जुलाई तक देश भर के 25 उच्च न्यायालयों (High Courts) में 59,55,907 मामले लंबित थे। अधीनस्थ न्यायालयों में बैकलॉग का आंकड़ा 4.13 करोड़ पहुंच चुका है।
जजों की नियुक्ति
राज्यसभा में किरण रिजिजू ने बताया था कि 01.05.2014 से 15.07.2022 तक सुप्रीम कोर्ट में 46 न्यायाधीशों की नियुक्ति की गई। वहीं उच्च न्यायालयों में 769 नए न्यायाधीशों की नियुक्ति की गई। इसके अलावा 619 अतिरिक्त न्यायाधीशों को स्थायी किया गया। मई, 2014 में उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 906 थी, वर्तमान में इसे बढ़ाकर 1,108 कर दिया गया है।
दिसंबर 2013 से 29 जुलाई 2022 तक जिला और अधीनस्थ न्यायालयों में न्यायिक अधिकारियों की स्वीकृत और कार्यकारी शक्ति क्रमशः 19,518 और 15,115 से 24,613 और 19,288 है।
‘जागरुकता के कारण बढ़ रही है मामलों की संख्या’
हाल में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए किरण रिजिजू ने कहा है, अगर कोई न्यायाधीश 50 मामलों का निपटारा करता है, तो 100 नए मामले दायर हो जाते हैं, क्योंकि लोग अब अधिक जागरुक हैं और वे विवादों के निपटारे के लिए अदालतों में पहुंच रहे हैं।