पहली बार भारत के मुख्य न्यायाधीश का पता बदलने वाला है। चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) लुटियंस दिल्ली के 19 अकबर रोड बंगले में शिफ्ट होने वाले हैं। जस्टिस चंद्रचूड़, देश के मुख्य न्यायाधीशों के लिए आरक्षित 5 कृष्ण मेनन मार्ग बंगले में नहीं रहेंगे। जानकारी के मुताबिक पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस यूयू ललित (Justice UU Lalit) ने अभी 5 कृष्ण मेनन मार्ग वाला बंगला खाली नहीं किया है और फरवरी के आखिर तक बंगला खाली होने की उम्मीद है। उसके बाद रिपेयर और तमाम सुधार के काम भी होने हैं, जिसमें महीनों का समय लग सकता है।

क्यों नए बंगले में शिफ्ट हो रहे जस्टिस चंद्रचूड़?

जस्टिस चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) अभी लुटियंस दिल्ली के 14 तुगलक रोड के बंगले में रह रहे हैं। साल 2016 में जब वह सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्त हुए थे, तब उनको यह बंगला आवंटित हुआ था। उसके बाद से लगातार इसी बंगले में रहते आए हैं। TOI की एक रिपोर्ट के मुताबिक जस्टिस चंद्रचूड़ का 14 तुगलक रोड वाला बंगला काफी छोटा है।

खासकर चीफ जस्टिस बनने के बाद जस्टिस चंद्रचूड़ के घर लोगों की भीड़ लगी रहती है, अलग-अलग राज्यों के हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से लेकर जज और तमाम लोग आते रहते हैं। ऐसे में मैनेज करना मुश्किल हो जाता है। तुगलक रोड वाले बंगले पर जस्टिस चंद्रचूड़ के असिस्टेंट और स्टाफ के लिए भी प्रॉपर जगह नहीं है।

दो-मंजिला है नया बंगला

तमाम परेशानियों को देखते हुए नए बंगले की तलाश शुरू हुई थी जो 19 अकबर रोड पर खत्म हुई है। 19 अकबर रोड वाला बंगला दो मंजिला है, यहां एक हिस्से में ऑफिस स्पेस है। जस्टिस यूयू ललित CJI बनने से पहले इसी बंगले में रहते थे और उस दौरान इस बंगले में तमाम नई सुविधाएं जोड़ी गई थीं।

5 कृष्ण मेनन मार्ग में गुजारा था बचपन

आपको बता दें कि जस्टिस चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) के पिता जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़ भी सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के मुख्य न्यायाधीश रहे थे और उन्होंने अपना समय 5 कृष्ण मेनन मार्ग में गुजारा था। जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ का साल 1978 से 1985 तक बचपन इसी बंगले में बीता। यहीं रहकर उन्होंने स्कूल से लेकर कॉलेज तक पढ़ाई की। दोस्तों के साथ वक्त बिताया था।

आपको बता दें कि जस्टिस चंद्रचूड़ से पहले जस्टिस जीबी पटनायक, जस्टिस बीएन कृपाल, जस्टिस एस. राजेंद्र बाबू और जस्टिस यूयू ललित भी सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहते हुए आधिकारिक 5 कृष्ण मेनन मार्ग के बंगले में शिफ्ट नहीं हुए थे। इनका CJIs का कार्यकाल बहुत छोटा रहा था।