चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) की क्रिकेट में खासी दिलचस्पी है। वह स्कूल के दिनों से क्रिकेट खेलते रहे हैं और अब भी जब मौका मिलता है फौरन क्रिकेट शूज पहन लेते हैं। 13 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) के एक कार्यक्रम में सीजेआई चंद्रचूड़ ने मजाकिया अंदाज में बताया कि आखिर क्यों उन्होंने एससीबीए प्रेसिडेंट और सीनियर एडवोकेट विकास सिंह के क्रिकेट मैच के अनुरोध को लटकाकर रखा है।
सीजेआई बोले- हमारी टीम में कई शानदार खिलाड़ी
सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि हमारी टीम में कई मंझे हुए शानदार क्रिकेटर्स हैं। खासकर हाईकोर्ट के कई जज तो बहुत अच्छा क्रिकेट खेलते हैं। ऐसे में हमारे साथ अगले मैच से पहले वकील सतर्क हो जाएं। सीजेआई ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह की तरफ से हमें क्रिकेट मैच का अनुरोध मिला था। हम जानबूझकर विकास सिंह के इस अनुरोध पर देरी कर रहे हैं, क्योंकि हमारी टीम में हाईकोर्ट से बहुत अच्छे क्रिकेटर आने वाले हैं।
जस्टिस चंद्रचूड़ कई मौकों पर कह चुके हैं कि किस तरह उनकी क्रिकेट में दिलचस्पी है। राहुल द्रविड़ पसंदीदा क्रिकेटर हैं। सीजेआई चंद्रचूड़ के स्कूल के दिनों के साथी अशोक जहागीरदार बताते हैं कि जब चंद्रचूड़ के पिता बॉम्बे हाईकोर्ट के जज बने तो उन्हें एक बड़ा बंगला अलॉट हुआ, जिसमें लॉन भी था। चंद्रचूड़ अपने दोस्तों के साथ हर शाम यहां क्रिकेट खेला करते थे। यह शौक अब भी बरकरार है।
दिल्ली सरकार ने क्या व्यवस्था की?
सीजेआई चंद्रचूड़ ने बताया कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट परिसर में दिल्ली सरकार के सहयोग से डिफिब्रिलेटर (Defibrillators) लगाए गए हैं। इसका उपयोग हर्टबीट को नॉर्मल करने के लिए किया जाता है। सीजेआई ने मुस्कुराते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि किसी को इसकी आवश्यकता ना पड़े। डिफिब्रिलेटर्स (Defibrillators) को सुप्रीम कोर्ट में उन जगहों पर लगाया गया है, जहां बहुत ज्यादा भीड़ भाड़ होती है। सीजेआई ने कहा कि भगवान करें कि कभी किसी को इसकी आवश्यकता ना पड़े, लेकिन कोई आपात स्थिति हो तो आप इसकी मदद ले सकते हैं।
डिसेबिलिटी ऑडिट भी करा रहा सुप्रीम कोर्ट
सीजेआई ने बताया कि जस्टिस रविंद्र भट्ट की अगुवाई में सुप्रीम कोर्ट में डिसेबिलिटी ऑडिट भी कराया जा रहा है। इसका मकसद उच्चतम न्यायालय परिसर को दिव्यांग व्यक्तियों के लिए फ्रेंडली बनाना है। सीजेआई ने कहा कि इसी कड़ी में दिव्यांग व्यक्तियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए कई सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। सुप्रीम कोर्ट के अलग-अलग ब्लॉक में जेंडर न्यूट्रल टॉयलेट भी बनाए गए हैं।
सीजेआई ने बताया कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए विशेष टॉयलेट भी शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि सुप्रीम कोर्ट परिसर में किसी को भी परेशानी का सामना न करना पड़े।