दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पार्टी संयोजक जहां दिल्ली एक्साइज पॉलिसी केस में जेल में बंद हैं वहीं, पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी अब आप का साथ छोड़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी को झटका देते हुए उसके छतरपुर विधायक करतार सिंह तंवर चार अन्य पार्टी नेताओं के साथ बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए।

दिल्ली के पूर्व समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद जो अप्रैल में आप छोड़कर बसपा में शामिल हो गए थे, वह भी भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा में शामिल होने से ठीक छह घंटे पहले, तंवर ने फेसबुक पर एक पोस्ट में दिल्ली सरकार के स्कूल शिक्षकों के बड़े पैमाने पर स्थानांतरण पर भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला था।

भ्रष्टाचार में डूबी आप- करतार सिंह

2014 में AAP में शामिल हुए विधायक करतार सिंह तंवर ने कहा कि वह भाजपा का हिस्सा बनकर खुश हैं। उन्होंने कहा, “मैं पिछले 25 वर्षों से सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में काम कर रहा हूं लेकिन आज दिल्ली की हालत देखकर मुझे बहुत दुख हो रहा है। यह पार्टी जो भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से पैदा हुई थी, आज भ्रष्टाचार में डूब गई है।”

तंवर ने कहा कि वह पार्टी की तानाशाही के कारण आप छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, “दिल्ली की हालत बहुत खराब हो गई है। आप के मंत्रियों की तानाशाही और उनकी नीतियों के कारण हम इसके खिलाफ कुछ नहीं कर पा रहे हैं। दिल्ली के लोग पिछले तीन महीने से भीषण गर्मी में पानी के लिए त्राहि-त्राहि कर रहे थे। जब भी हमने मंत्रियों के सामने यह मुद्दा उठाया, उन्होंने उपराज्यपाल, मोदी जी और हरियाणा सरकार को दोषी ठहराया।”

चार आप नेता भाजपा में शामिल

करतार सिंह AAP में जाने से पहले भाजपा में थे। वहीं, बसपा से भाजपा में शामिल हुए राज कुमार आनंद ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है और दलितों के खिलाफ है। करतार के साथ छतरपुर वार्ड पार्षद उमेश सिंह फोगाट, आप कार्यकर्ता रत्नेश गुप्ता और सचिन राय और पटेल नगर की पूर्व विधायक वीणा आनंद भी भाजपा में शामिल हो गए।

बीजेपी नेताओं पर दबाव डाल रही- सौरभ भारद्वाज

वहीं, दूसरी ओर आप के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह नेताओं के खिलाफ झूठे मामले थोपकर और उन पर दबाव डालकर विपक्षी दलों को तोड़ने की कोशिश कर रही है।

उन्होंने कहा, ”दो घंटे पहले तक करतार सिंह तंवर जी मेरे सहयोगी थे। बीजेपी ने देश की राजनीति को इतना बदल दिया है कि अब आप किसी भी राजनीतिक व्यक्ति का हाथ मरोड़ सकते हैं और उससे कुछ भी करवा सकते हैं।”

सौरभ ने कहा, “हर कोई जानता है कि 2016 में करतार के घर पर इनकम टैक्स रेड मारी गयी थी और भाजपा सरकार के आयकर विभाग ने कहा था कि उन्हें 130 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी मिली है। केंद्र सरकार की तलवार करतार पर भी लटकी होगी।” आप नेता ने आगे कहा, “कौन आम व्यक्ति अदालती मामलों में फंसना और जेल जाना चाहेगा। कल को वो इनकम टैक्स मामले को ईडी को ट्रांसफर कर सकते हैं। भाजपा अपनी साजिश के तहत हमारे कई विधायकों को फर्जी मामलों से डराने की कोशिश कर रही है, कुछ दबाव में आ जाते हैं। हम उनकी मजबूरी समझते हैं।”

करतार सिंह का पार्टी छोड़ना आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने हाल के लोकसभा चुनावों में दक्षिणी दिल्ली सीट की पेशकश करने के लिए तंवर को व्यक्तिगत रूप से बुलाया था। हालांकि, बात नहीं बनी और AAP ने उनकी जगह सहीराम को मैदान में उतारा।

आप के लिए बढ़ी चुनौतियां

वहीं, दूसरी ओर ईडी की चार्जशीट में सीएम केजरीवाल और आप को आरोपी बताया गया है। प्रवर्तन निदेशालय का दावा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के अन्य नेताओं के साथ मिलकर अब खत्म हो चुकी उत्पाद शुल्क नीति को तैयार करने में प्रमुख साजिशकर्ता (किंगपिन) थे, जिन्होंने शराब व्यवसायियों से उन्हें लाभ पहुंचाने के बदले में रिश्वत की मांग की थी।

केंद्रीय एजेंसी ने आरोप लगाया, “अरविंद केजरीवाल ने इस तरह हुई कमाई का इस्तेमाल AAP के गोवा चुनाव अभियान में किया।” ईडी ने कहा कि 2021-2022 में AAP के गोवा विधानसभा चुनाव अभियान के लिए 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल किया गया था, जो “साउथ ग्रुप” से एकत्र की गई रिश्वत थी।

ईडी ने इससे पहले आरोप लगाया था कि अब समाप्त की गई उत्पाद शुल्क नीति का ड्राफ्ट “साउथ ग्रुप” को दिए जाने वाले लाभों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया था। एजेंसी के अनुसार, ‘साउथ ग्रुप’ ने इसके बदले में AAP नेताओं को 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया।

स्वाति मालीवाल ने कहा- मैं बिना पार्टी की सांसद

बुधवार को सीएम अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान, AAP की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने दिल्ली उच्च न्यायालय को बताया कि उनके पूरे जीवन का काम, एक तरह से, उनसे छीन लिया गया है। उन्होंने कहा, “मैं अब कुछ भी नहीं हूं क्योंकि मैं बिना किसी पार्टी का सांसद हूं। बिना पार्टी वाला सांसद क्या कर सकता है?”

स्वाति ने दोहराया कि उन पर विभव कुमार ने क्रूरतापूर्वक हमला किया था। गौरतलब है कि दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ने अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार पर उनके साथ सीएम आवास में मारपीट करने का आरोप लगाया था।

दिल्ली हाई कोर्ट ने सुरक्षित रखा आदेश

इस बीच, हाई कोर्ट ने मई में सीएम के आवास पर मालीवाल पर हमले के मामले में विभव कुमार की जमानत याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। न्यायमूर्ति अनूप कुमार मेंदीरत्ता की एकल-न्यायाधीश पीठ ने कहा कि आदेश शुक्रवार, 12 जुलाई को सुनाया जाएगा।

मैं किसी अन्य पार्टी की एजेंट नहीं- स्वाति

सुनवाई के दौरान अदालत में मौजूद मालीवाल ने कहा, “पीए ने मुझ पर बेरहमी से हमला किया, वो भयानक था। वहीं इसके बाद खुद सीएम ने पीए के पक्ष में सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया है। दिल्ली सरकार के सभी मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है, जहां उन्होंने यह दिखाने की कोशिश की है कि मैं किसी अन्य पार्टी की एजेंट हूं, यह सच नहीं है।”

स्वाति ने आगे कहा कि उन्हें सोशल मीडिया ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा है और उनकी और उनके परिवार की जान खतरे में है। उन्होंने आगे कहा, “वर्तमान में, पार्टी में हर कोई विभव कुमार को रिपोर्ट करता है। जहां तक ​​मेरा सवाल है, मैं अब कुछ भी नहीं हूं क्योंकि मैं बिना पार्टी के एक सांसद हूं। मेरा एकमात्र अनुरोध है कि कृपया मुझे न्याय दें।”