बॉलीवुड लवर्स के बीच 90 के दशक की चुनिंदा आइकॉनिक फिल्मों का जिक्र अक्सर चलता है। हिंदी सिनेमा के शानदार दौर के रूप में इस सुनहरे समय को जाना जाता है। उस दौर की ज्यादातर फिल्मों के डायलॉग हमेशा के लिए लोगों की जुबां पर बस गए। सिनेमाघरों में जब ये डायलॉग सुनाई पड़ते थे, तो तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठती थी। उस दौर की प्रत्येक फिल्म में एक अलग जादू होता था। उनमें रोमांस, एक्शन, इमोशन और डायलॉग का बेहतरीन मेल देखने को मिलता था। यही कारण रहा है कि 90 के दशक की फिल्मों से लोगों को कभी बोरियत महसूस नहीं हुई।
दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे
शाहरुख खान की बेहतरीन फिल्मों की लिस्ट में ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ का नाम शामिल किया जाता है। राज के किरदार में शाहरुख का एक डायलॉग सबसे ज्यादा चर्चा में रहता है, जो यह है कि ‘बड़े बड़े देशों में ऐसी छोटी छोटी बातें होती रहती हैं।’ इस संवाद को लोग आज भी अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में हंसी-मजाक में करते हैं।
बाज़ीगर
साल 1993 में शाहरुख खान की फिल्म ‘बाज़ीगर’ को खूब पसंद किया गया। इसके कई डायलॉग पर लोगों ने बेशुमार प्यार लुटाया। फिल्म के पॉपुलर डायलॉग्स हैं कि ‘कभी-कभी जीतने के लिए कुछ हारना भी पड़ता है, और हार कर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं।’ किंग खान की इस मूवी को परिभाषित करने का काम ये डायलॉग करते हैं।
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अंदाज अपना अपना
आमिर खान और सलमान खान स्टारर फिल्म ‘अंदाज अपना अपना’ का नाम भी इस लिस्ट में शामिल किया जाता है। इस फिल्म के ज्यादातर डायलॉग हिट साबित हुए हैं। जिनमें ‘क्राइम मास्टर गोगो’ के डायलॉग्स जैसे ‘आंखें निकाल के गोटियां खेलती हूं।’, ‘मैं तो कहता हूं आप पुरुष ही नहीं, महापुरुष हैं।’ और तेजा के डायलॉग्स जैसे ‘तेजा मैं हूं, मार्क इधर है!’, और ‘ब्रेड का बादशाह और ऑमलेट का राजा!’ काफी ज्यादा पॉपुलर हैं।
अग्निपथ
अमिताभ बच्चन की हिट फिल्म अग्निपथ के डायलॉग भी खूब पसंद किए गए। इसमें बिग बी ने अपनी दमदार आवाज में कहा, ‘विजय दीनानाथ चौहान, पूरा नाम।’ अमिताभ की गूंजती आवाज ने इस किरदर को आइकॉनिक बनाने का काम किया।
डर
शाहरुख खान की फिल्म डर का नाम भी अक्सर लिया जाता है। इसके कई डायलॉग हिट साबित हुए। इसमें से एक यह है कि ‘हम शरीफ क्या हुए, पूरी दुनिया ही बदमाश बन गई।’
