Jat Candidates in Haryana Elections: हरियाणा में गैर जाट राजनीति के लिए जानी जाने वाली सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने पिछले चुनावों के मुकाबले जाट कोटा इस बार और घटा दिया है। 2019 के चुनावों में 20 से अधिक जाट नेताओं को चुनाव लड़वाया गया था। इस बार भाजपा ने 16 विधानसभा क्षेत्रों में ही जाट उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं, ब्राह्मण व पंजाबी कोटे में बढ़ोतरी की है।

भाजपा ने 11 विधानसभा क्षेत्रों में ब्राह्मण उम्मीदवार उतारे

भाजपा ने 11 विधानसभा क्षेत्रों में ब्राह्मण उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं, इतने ही हलकों में पंजाबी नेताओं पर पार्टी ने भरोसा जताया है। 2019 के चुनावों के मुकाबले वैश्य बिरादरी को इस बार कम सीटें मिली हैं। पांच ही बनिया बिरादरी के उम्मीदवारों को पार्टी ने टिकट दिया है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सभी 17 सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। वहीं, पिछड़ा वोट बैंक को साधते हुए 20 हलकों में पिछड़ा वर्ग के नेताओं को टिकट मिला है।

भाजपा ने अपने पहली सूची में 13 जाट उम्मीदवार उतारे थे। मंगलवार को जारी हुई सूची में तीन और जाट नेताओं- बरोदा से प्रदीप सांगवान, राई से कृष्णा गहलावत और हथीन से मनोज रावत को टिकट दिया। नौ ब्राह्मणों को पार्टी ने पहली सूची में उम्मीदवार बनाया था।

वहीं, दूसरी सूची में गन्नौर से देवेंद्र कौशिक और पिहोवा से जयभगवान शर्मा डीडी को टिकट दिया। इसी तरह पहली सूची में शामिल आठ पंजाबी उम्मीदवारों के बाद भाजपा ने इस बार तीन और पंजाबी नेताओं को टिकट दिया है।

भाजपा के कुल 22 ओबीसी प्रत्याशियों में आठ यादव और छह गुर्जर भी शामिल हैं। बुधवार को जारी की गई सूची में दो प्रत्याशी ओबीसी तथा एक गुर्जर समुदाय से को टिकट दी गई। सबसे चर्चित टिकट महेंद्रगढ़ विधानसभा से है, जिसे ब्राह्मण कोटे से हटाकर पिछड़ा वर्ग के कंवर सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया गया है। बहरहाल राज्य में मतदान के लिए अभी कुछ ही हफ्ते रह गये हैं। अब सबकी नजर चुनावी माहौल बनाने में लगी है।