जाने-माने चुनाव विश्लेषक योगेंद्र यादव अपने एक चुनाव विश्लेषण को लेकर सोशल मीडिया पर घिर गए हैं। यादव ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि अगर बीजेपी को सिर्फ एक प्रतिशत वोट कम मिलते तो उसे बड़ी हार मिलती और वह विपक्ष में बैठने को मजबूर हो जाती।
याद दिलाना होगा कि 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद योगेंद्र यादव ने चुनाव में बीजेपी की सीटों को लेकर जो अनुमान लगाया था, वह एकदम सटीक साबित हुआ था।
चुनाव नतीजों के विश्लेषण के लिए द प्रिंट के लिए लिखी जा रही लेखों की सीरीज में योगेंद्र यादव, श्रेयस सरदेसाई और राहुल शास्त्री लिखते हैं कि 2004 में जैसी लोकप्रियता तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की थी, वैसी ही कुछ 2024 के चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की थी।

लोकनीति-सीएसडीएस ने 2004 के चुनाव के बाद भी पोस्ट पोल सर्वे किया था और उसमें वही सवाल पूछे गए थे जो इस चुनाव के बाद किए गए सर्वे में पूछे गए। 2004 में 38% लोगों ने प्रधानमंत्री पद के लिए अटल बिहारी वाजपेयी को अपनी पसंद बताया था जबकि इस बार 41% लोगों ने नरेंद्र मोदी का नाम लिया।
2004 में 26 प्रतिशत लोग सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री देखना चाहते थे जबकि इस साल 27 प्रतिशत लोग राहुल गांधी को। सर्वे के मुताबिक, वाजपेयी सरकार से लोग मोदी सरकार से ज्यादा संतुष्ट थे। 2004 में यह आंकड़ा 29 प्रतिशत था जबकि 2024 में यह 23 प्रतिशत था।
2004 का लोकसभा चुनाव वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए बुरी तरह हार गया था और कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए ने सरकार बनाई थी। 2004 में बीजेपी को 1999 में मिली 182 सीटों से 44 सीटें कम मिली थी और ऐसा ही कुछ 2024 में भी हुआ। जब बीजेपी को 2019 में मिली 303 सीटों से 63 सीटें कम मिली।

अपने लेख में योगेंद्र यादव लिखते हैं कि अगर एनडीए सरकार के खिलाफ एक प्रतिशत वोट और जाता तो यह गठबंधन कम से कम 18 सीटें हार जाता और उसकी सीटों का आंकड़ा 274 हो जाता।
1.5% वोट स्विंग होने पर एनडीए को मिलती 261 सीटें
चुनावी हालात | बीजेपी | सहयोगी दल | एनडीए | कांग्रेस | सहयोगी दल | इंडिया गठबंधन | अन्य |
मिली सीटें | 240 | 52 | 292 | 99 | 135 | 234 | 17 |
एनडीए के खिलाफ 1% वोट स्विंग होने पर | 224 | 50 | 274 | 105 | 146 | 251 | 18 |
एनडीए के खिलाफ 1.5% वोट स्विंग होने पर | 213 | 48 | 261 | 111 | 152 | 263 | 19 |
एनडीए के खिलाफ 2% वोट स्विंग होने पर | 201 | 45 | 246 | 118 | 157 | 275 | 22 |
योगेंद्र यादव ने जब इस लेख को ट्वीट किया तो प्रवीण कुमार नाम के पॉलिटिकल कमेंटेटर ने कहा कि देशभर में 37 सीटें ऐसी हैं जहां पर बीजेपी 3 हजार वोटों से कम के अंतर से हारी है लेकिन योगेंद्र यादव आपको इस बात को नहीं बताएंगे।
ट्विटर यूजर ने लिखा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक प्रतिशत वोट और हासिल कर लेते तो वह 400 सीटें ला सकते थे।
तुषार वी राजपूत नाम के ट्विटर हैंडल की ओर से ट्वीट किया गया कि कांग्रेस को लगातार तीसरे लोकसभा चुनाव में करारी हार मिल चुकी है और वक्त ने अपना फैसला सुना दिया है।
मृत्युंजय सिंह नाम के यूज़र ने लिखा कि अगर यही तर्क दिया जाए कि इंडिया गठबंधन को एक प्रतिशत वोट कम मिले होते तो क्या होता।
बीजेपी के लिए लगाया अनुमान सही निकला
योगेंद्र यादव ने अनुमान लगाया था कि बीजेपी चुनाव में 250 से अधिक सीटें नहीं जीत पाएगी और उसकी सीटों का आंकड़ा 230 तक गिर सकता है। तमाम टीवी चैनलों के एग्जिट पोल में बीजेपी को अकेले दम पर बहुमत मिलने का दावा किया गया था लेकिन जब चुनाव नतीजे आए तो योगेंद्र यादव का अनुमान सही निकला और बीजेपी 240 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी।

इसके लिए केरल से कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने योगेंद्र यादव की जमकर तारीफ की थी। योगेंद्र यादव ने कांग्रेस के लिए भी अनुमान लगाया था कि इस बार वह 90 से 100 सीटों के बीच रह सकती है। कांग्रेस को इस लोकसभा चुनाव में 99 सीटों पर जीत मिली है।