मजाक में ऐसा कहा जाता है कि संघ की पृष्ठभूमि वाले भाजपा के दिग्गजों के लिए राजभवन आलीशान रिटायरमेंट होम है। उदाहरण के लिए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की उम्र 81 वर्ष है, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र की उम्र भी 81 वर्ष है। असम के राज्यपाल जगदीश मुखी की उम्र 80 वर्ष है। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की उम्र 75 वर्ष है। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत की उम्र 74 वर्ष है। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की उम्र 80 वर्ष है।

गैर-भाजपा राज्यों में जुझारू राज्यपाल

भाजपा शासित राज्य और गैर-भाजपा शासित राज्यों में केंद्र सरकार की गवर्नर की पसंद अलग-अलग है। गैर-भाजपा शासित राज्यों में आम तौर पर संघ के पाले में गए नए लोगों को राज्यपाल बनाया जाता है। तमिलनाडु में आरएन रवि, केरल में आरिफ मोहम्मद खान, पश्चिम बंगाल में जगदीप धनखड़, दिल्ली में अनिल बैजल और विनय कुमार सक्सेना और पुडुचेरी में किरण बेदी इसी श्रेणी के नेता हैं।

धनखड़ को उराष्ट्रपति बनाकर ममता बनर्जी के साथ चल रही लड़ाई के लिए पुरस्कृत किया गया। केंद्र ने यह महसूस किया कि वह राज्यसभा में मुश्किल पैदा करने वाले विपक्षी सांसदों से निपटने में काम आ सकते हैं। धनखड़ को फॉलो करते हुए तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि DMK सरकार से भिड़ गए। रवि को जल्दबाजी में पीछे हटना पड़ा क्योंकि उनके एक्शन ने केंद्र के खिलाफ क्षेत्रीय भावनाओं को भड़का दिया था। यहां तक ​​कि प्रदेश भाजपा भी खुश नहीं थी। रवि को बाद में टीम से बाहर किया जा सकता है।

भगत सिंह कोश्यारी के साथ क्या हुआ?

भगत सिंह कोश्यारी को साइड किए जाने की वजह अलग है। वह दिग्गजों की श्रेणी में आते हैं और उन्हें सितंबर 2019 में महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। तब यह धारणा थी कि भाजपा शासित राज्य में उनके लिए काम करना आसान होगा। लेकिन दो महीने बाद उद्धव ठाकरे ने भाजपा का साथ छोड़ मुख्यमंत्री का पद संभाला लिया। केंद्र के साथ उनके संबंध खराब हो गए।

बीएमसी जैसे महत्वपूर्ण चुनाव से ठीक पहले कोश्यारी के शर्मनाक बयानों ने भाजपा को बैकफुट पर ला दिया। जब मोदी ने मुंबई का दौरा किया, तो उन्होंने राज्यपाल को संकेत दिया कि यह झुकने का समय है। हालांकि कोश्यारी की जगह अमरिंदर सिंह की जगह लेना एक नया प्रयोग है। वह उपर बताए गए दोनों में से किसी भी श्रेणी में फिट नहीं बैठता है। उनकी उम्र 80 वर्ष है, लेकिन वह संघ से नहीं हैं।