विदेश जाकर पढ़ाई करने का सपना कई बच्चे देखते हैं, वहां भी अमेरिका की चाह तो सबसे ज्यादा देखने को मिलती है। लेकिन अब अमेरिका जाकर पढ़ाई इतना आसान नहीं रहने वाला है। असल में वहां की वीजा पॉलिसी में एक बदलाव किया गया है, आप विदेश जाकर पढ़ जरूर सकते हैं, लेकिन अपना सोशल मीडिया अकाउंट पब्लिक करना पड़ेगा।

नया आदेश क्या है?

बताया जा रहा है कि जो नया एकेडमिक सेशन शुरू हो रहा है, उसके के लिए जितने भी अंतरराष्ट्रीय छात्र हैं उन्हें अमेरिका आने के लिए अपने सभी सोशल मीडिया प्रोफाइल्स को पब्लिक करना पड़ेगा। बड़ी बात यह है कि सिर्फ वीजा अप्लाई के दौरान ही ऐसा नहीं करना होगा बल्कि जब तक आप अमेरिका में रहने वाले हैं, अकाउंट पब्लिक रखना अनिवार्य होगा।

यूएस एंबेसी के प्रवक्ता ने इस बारे में इंडियन एक्सप्रेस को विस्तार से बताया है। वे कहते हैं कि सभी छात्रों को अपनी प्राइवेसी सेटिंग बदलनी होगी और सोशल मीडिया प्रोफाइल्स को पब्लिक करना होगा, उसी स्थिति में उनका अमेरिकी यूनिवर्सिटी में एडमिशन हो सकता है।

अलग-अलग वीजा कौन से होते हैं?

अब जानकारी के लिए बता दें कि F-कैटेगरी का वीजा इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए होता है जो किसी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करना चाहते हैं, M वीजा नॉन इमिग्रेंट वाला होता है जहां कोई वोकेशनल या फिर नॉन वोकेशनल कोर्स के लिए आता है। J-1 वीजा उन विदेशी लोगों के लिए होता है जो अमेरिका में पढ़ाने आते हैं, स्टडी लिए आते हैं या फिर उन्हें कोई रिसर्च करनी होती है।

किन ऐप्स की देनी होगी जानकारी

वीजा एप्लिकेशन में जिन सोशल मीडिया एकाउंट की जानकारी देनी होगी और उन्हें सार्वजनिक करना होगा, उनमें रेडिट, इंस्टाग्राम, टम्बलर, ट्विटर (अब एक्स), फेसबुक, लिंक्डइन और यूट्यूब शामिल हैं। इसके अलावा कई चीनी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म और अन्य वेबसाइटें हैं जिन्हें उपयोगकर्ता स्वतंत्र रूप से सबमिट कर सकते हैं। इसका मतलब है कि व्यक्तिगत और व्यावसायिक योग्यताएँ, पोस्ट, उत्तर, अपलोड की गई तस्वीरें/वीडियो, पिछली टिप्पणियाँ, टैग की गई तस्वीरें/पोस्ट, स्टेटस अपडेट और यहां तक कि लाइक की गई चीजों को पब्लिक करना होगा।

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