Washington DC Guard Shooting: अमेरिका के राष्ट्रपति आवास के निकट दो नेशनल गार्ड पर हमला करने वाले की पहचान कर ली गयी है। अमेरिकी पुलिस ने हमलावर की पहचान रहमानुल्लाह लाकनवाल के रूप में की है। दोनों नेशनल गार्ड गंभीर रूप से घायल हैं।
सूत्रों ने समाचार एजेंसी एपी को बताया कि रहमानुल्लाह सितंबर 2021 में अमेरिका आया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले को आतंकी हमला करार दिया है।
अमेरिका के फॉक्स न्यूज के मुताबिक, “लाकनवाल ओपरेशन एलाइज वेलकम के तहत कानूनी रूप से अमेरिका आया था। यह कार्यक्रम अफगानिस्तान से अमेरिकी वापसी के बाद शुरू किया गया था।” रिपोर्ट के अनुसार रहमानुल्लाह इस हमले से पहले से ही अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में रह रहा था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “उसे बाइडेन प्रशासन ने सितंबर 2021 में उन्हीं कुख्यात फ्लाइट्स से अमेरिका भेजा था… उसका स्टेटस भी राष्ट्रपति बाइडेन के कानून के तहत बढ़ाया गया।” फायरिंग के दौरान लाकनवाल भी घायल हुआ। अधिकारियों का कहना है कि उसकी चोटें गंभीर नहीं हैं।
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मेट्रो स्टेशन के पास घात लगाकर हमला
यह हमला फैरागट वेस्ट मेट्रो स्टेशन के पास हुआ, जो व्हाइट हाउस से कुछ ही दूरी पर एक बेहद व्यस्त इलाका है। डीसी की मेयर म्यूरियल बाउज़र ने इसे “टारगेटेड शूटिंग” कहा। जांच में मिले सीसीटीवी फुटेज भी इसी बात की पुष्टि करते हैं। डीसी पुलिस के अधिकारी जेफ्री कैरोल के अनुसार, संदिग्ध “कोने से आया और आते ही सैनिकों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं।”
पुलिस ने कहा कि अन्य किसी संदिग्ध का कोई सुराग नहीं मिला है। दो वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड सदस्य गंभीर रूप से घायल हुए, जैसा कि एफबीआई निदेशक काश पटेल और मेयर बाउजर ने बताया। आसपास मौजूद अन्य सैनिक गोलियों की आवाज सुनकर मौके पर दौड़े और हमलावर को काबू में किया। सूत्रों के अनुसार, कम से कम एक गार्ड सदस्य ने जवाबी फायर भी किया।
डीसी में पहले से तैनात थे हजारों सैनिक
अमेरिका में अपराध की स्थिति को देखते हुए, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अगस्त में “क्राइम इमरजेंसी” लागू की थी, जिसके बाद वॉशिंगटन में लगभग 2,375 नेशनल गार्ड सदस्य तैनात किए गए थे। हमले के बाद, रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने बताया कि ट्रंप प्रशासन ने तुरंत ही 500 अतिरिक्त गार्ड सैनिकों की तैनाती का आदेश दिया। हमले के बाद अमेरिका ने अफगान नागरिकों की सभी नई इमिग्रेशन रिक्वेस्ट पर रोक लगा दी है।
