पाकिस्तान की पुलिस ने शनिवार को दावा किया कि यहां एक मुठभेड़ में उसने वाघा आत्मघाती बम विस्फोट के कथित ‘मास्टरमाइंड’ को मार गिराया है। पिछले साल हुए इस आत्मघाती हमले में 61 लोद मारे गए थे। कानून प्रवर्तन और खुफिया एजंसियों के सूत्रों के हवाले से डॉन ने खबर दी है कि लाहौर में तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का प्रमुख माने जाने वाले रूहल्लाह उर्फ असदुल्लाह समेत उसके दो साथियों को प्रांतीय राजधानी के बुर्की रोड क्षेत्र में मार गिराया गया है।

पिछले साल दो नवंबर को हुए इस हमले के बाद से ही खुफिया एजंसियां असदुल्लाह की तलाश कर रही थी। भारत-पाक के बीच की मुख्य सीमा के पार झंडा उतारने के लोकप्रिय समारोह के कुछ ही मिनटों बाद एक आत्मघाती हमलावर ने वाघा पर एक शक्तिशाली बम विस्फोट किया था जिसमें कम से कम 61 लोगों की जान चली गई थी और करीब 200 अन्य घायल हो गए थे। कानून प्रवर्तन के अधिकारियों ने डॉन को बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर शहर के बाहरी इलाके में बुर्की रोड पर स्थित एक घर में एक संयुक्त छापा मारा गया।

रिपोर्ट में बताया गया है कि पड़ोस में प्रवेश करने के बाद ही पुलिस को गोलियों का सामना करना पड़ा क्योंकि असदुल्लाह और उसके दोनों साथियों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी और फिर इसके जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। दोनों के बीच कम से कम आधे घंटे तक गोलीबारी होती रही। गोलीबारी के दौरान बहुत से विस्फोटों की आवाज भी सुनी गई। गोलीबारी रुक जाने के बाद पुलिसकर्मियों ने परिसर में प्रवेश किया और तीनों आतंकवादियों के शव बरामद किए।

पुलिस ने दावा किया है कि बाजौर कबायली क्षेत्र के रहने वाले ये तीनों आंतकवादी टीटीपी के मुल्लाह फजलुल्ला गुट से ताल्लुक रखते थे। उनके शवों को एक मुर्दाघर में पहुंचा दिया गया है। इसमें बताया गया है कि घर में तलाशी के दौरान बड़े पैमाने पर हथियार, विस्फोटक, आत्मघाती हमले में इस्तेमाल की जाने वाली चीजें, डेटोनेटर, आतंकवादी साहित्य और अन्य उपकरणों को बरामद किया गया।