ब्रिटेन ने अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक के साझा प्रयासों से तैयार हुई कोरोनावायरस वैक्सीन को आपात मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही यह दुनिया में पहली वैक्सीन है, जिसे आम इस्तेमाल के लिए इजाजत दी गई है। बताया गया है कि ब्रिटेन में कोरोना का टीका अगले हफ्ते से मिलने लगेगा। हालांकि सरकार ने सरकार ने गर्भवती महिलाओं को यह वैक्सीन लेने से मना कर दिया है। उन महिलाओं को भी टीका लेने से रोका गया है, जो इसकी पहली डोज लेकर अगले तीन महीने में मां बनना चाहती हैं। कंपनी की गाइडलाइन ये बातें कही गई हैं।

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20:24 (IST)02 Dec 2020
वैक्सीन पर अपराधियों की नजर, इंटरपोल ने जारी किया अलर्ट

कोरोना वैक्सीन को लेकर इंटरपोल ग्‍लोबल पुलिस कोआर्डिनेशन एजेंसी ने चेतावनी जारी की है। इसके अनुसार संगठित आपराधिक नेटवर्क कोविड के टीके को निशाना बना सकते हैं और वो इनके नकली रूप बनाकर बेच सकते हैं।

19:33 (IST)02 Dec 2020
दर्जनभर और वैक्सीन भी तीसरी स्टेज में

इस वक्त अलग-अलग देशों में करीब दर्जनभर संभावित वैक्सीन तीसरी स्टेज में हैं। सबसे आगे अमेरिकी कंपनी फाइजर और मॉडर्ना की ही वैक्सीन हैं। इसके अलावा भारत बायोटेक की कोवैक्सिन, रूस की स्पूतनिक और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्रा जेनेका की वैक्सीन भी अप्रूवल की रेस में हैं। माना जा रहा है कि ब्रिटेन के बाद अन्य देशों में भी इन वैक्सीन को इस्तेमाल की मंजूरी मिल जाएगी। एक दिन पहले ही मॉडर्ना ने कहा था कि वह आपात मंजूरी के लिए यूरोप में आवेदन करेगी।

19:19 (IST)02 Dec 2020
ये भी पढ़ें: कृषि बिल पर किसानों की केंद्र को धमकी, बात नहीं मानी तो पांच दिसंबर से देशभर में होगा प्रदर्शन

कृषि बिलों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन लगातार सातवें दिन जारी है। इस बीच किसानों ने बुधवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार से इन बिलों को वापस लेने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि नए कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए केंद्र सरकार को संसद का विशेष सत्र बुलाना चाहिए और अगर मांगें नहीं मानी गईं तो पांच दिसंबर को केंद्र की मोदी सरकार और कॉरपोरेट घराने के खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन किए जाएंगे। क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर

18:15 (IST)02 Dec 2020
टीका को शून्य से 70 डिग्री नीचे के तापमान पर रखना होगा

टीका को शून्य से 70 डिग्री नीचे के तापमान पर रखना होगा और इसे विशेष बक्से में एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जाएगा। एक बार आपूर्ति हो जाने पर इसे पांच दिनों तक फ्रिज में रखा जा सकता है ।

17:29 (IST)02 Dec 2020
ब्रिटेन को 2021 के अंत तक दवा की चार करोड़ खुराक मिलने की संभावना

ब्रिटेन को 2021 के अंत तक दवा की चार करोड़ खुराक मिलने की संभावना है। इतनी खुराक से देश की एक तिहाई आबादी का टीकाकरण हो सकता है। खुराक का अधिकतर हिस्सा अगले साल की पहली छमाही में मिलने की संभावना है।

16:29 (IST)02 Dec 2020
ब्रिटेन, दवा कंपनी फाइजर-बायोएनटेक के कोविड-19 टीके को मंजूरी देने वाला पहला देश बना

ब्रिटेन, दवा कंपनी फाइजर-बायोएनटेक के कोविड-19 टीके को मंजूरी देने वाला पहला देश बन गया है। इससे घातक कोरोना वायरस को काबू करने के लिए व्यापक पैमाने पर टीकाकरण की शुरुआत का मार्ग प्रशस्त हो गया है। ब्रिटेन की दवा और स्वास्थ्य उत्पाद नियामक एजेंसी (एमएचआरए) ने बताया कि यह टीका उपयोग में लाने के लिए सुरक्षित है। दावा किया गया था कि यह टीका कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 95 प्रतिशत तक असरदार रहा है।

16:05 (IST)02 Dec 2020
संक्रमण को रोकने में 95% से अधिक प्रभावी पाई गई

ब्रिटेन कोविड-19 वैक्सीन के टीके को मंजूरी देने वाला पहला पश्चिमी देश बन गया है। यह वैक्सीन संक्रमण को रोकने में 95% से अधिक प्रभावी पाई गई है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमिनिक राब ने एक इंटरव्यू में इसके संकेत दिए थे। ब्रिटेन ने 20 नवंबर को अपने चिकित्सा नियामक, मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (एमएचआरए) से फाइजर-बायोएनटेक कोरोना वायरस वैक्सीन का आकलन करने को कहा था।

15:34 (IST)02 Dec 2020
ऑक्सफोर्ड वैक्सीन की 3 करोड़ डोज मुफ्त में उपलब्ध कराएगा बांग्लादेश


बांग्लादेश सरकार ने घोषणा की है कि वो अपने लोगों को ऑक्सफोर्ड वैक्सीन की 3 करोड़ डोज मुफ्त में उपलब्ध कराएगा। उम्मीद की जा रही है कि ये वैक्सीन जनवरी तक मरीजों को मिलने लगेगी।

15:08 (IST)02 Dec 2020
वैक्सीन का पहला स्टॉक क्रिसमस से पहले मुहैया हो जाएगा

विशेषज्ञों ने एक प्रोविजनल प्राथमिकता सूची तैयार की है, जो उच्चतम जोखिम वाले लोगों को लक्षित करती है। इनमें स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल करने वाले लोग शामिल है। वहीं वैक्सीन का पहला स्टॉक क्रिसमस से पहले मुहैया हो जाएगा। आम लोगों को वैक्सीन के दो इंजेक्शन दिए जाएंगे, जिनमें 21 दिनों का अंतराल होगा।

14:32 (IST)02 Dec 2020
क्या है एमआरएनए वैक्सीन

यह वैक्सीन का एक नया प्रकार है जिसे एमआरएनए वैक्सीन कहा जाता है, जो शरीर को कोविड-19 से लड़ने और प्रतिरक्षा का निर्माण करने के लिए कोविड-19 के वायरस से आनुवंशिक कोड के एक छोटे टुकड़े का उपयोग करता है। एक एमआरएनए वैक्सीन को पहले कभी भी मनुष्यों में उपयोग के लिए अनुमोदित नहीं किया गया था, हालांकि लोगों को क्लिनिकल ट्रायल के रूप में जरूर ये वैक्सीन दी जा चुकी है.