अमेरिकी संसद के उच्च सदन सीनेट ने सर्वसम्मति से ह्यूस्टन के उस पोस्ट ऑफिस का नाम सिख पुलिस अधिकारी संदीप सिंह धालीवाल के नाम पर करने के लिए एक विधेयक को मंजूरी दे दी, जहां पिछले साल नियमित जांच के लिए वाहन रोकने पर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
कांग्रेस के निम्न सदन प्रतिनिधि सभा सितंबर में ही द्विदलीय समर्थन से ह्यूस्टन के 315 एडिक्स हावेल रोड स्थित पोस्ट ऑफिस का नाम ‘डिप्टी संदीप सिंह धालीवाल पोस्ट ऑफिस बिल्डिंग’ करने को अपनी मंजूरी दे चुकी है। अब इस विधेयक को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के हस्ताक्षर के लिए व्हाइट हाउस भेजा जाएगा। इस विधेयक के अमल के बाद ह्यूस्टन स्थित धालीवाल दूसरा पोस्ट ऑफिस होगा जिसका नाम किसी भारतीय के नाम पर होगा। इससे पहले दक्षिण कैलिफोर्निया में कांग्रेस सदस्य रहे दलीप सिंह सौंध को वर्ष 2006 में यह सम्मान मिला था।
गौरतलब है कि धालीवाल वर्ष 2015 में हैरिस काउंटी शेरिफ कार्यालय में कार्यरत पहले सिख अमेरिकी थे जिन्हें पगड़ी के साथ कार्य करने के नीतिगत फैसले के तहत नियुक्ति मिली। पिछले साल 27 सितंबर को उन्होंने ड्यूटी करते दौरान अपने प्राण गंवाए। धालीवाल के पिता प्यारा सिंह धारीवाल ने कहा, ‘हमारा परिवार बेटे के कार्यों के प्रति प्यार और समर्थन के लिए अभारी है।’
इधर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की देश की बागडोर संभालने की तैयारी के बीच भारतीय राजदूत ने कहा कि आने वाले दिनों में अमेरिका के साथ भारत के संबंधों की व्याख्या रणनीतिक, कोविड-19, आईसीटी-डिजिटल, जलवायु परिवर्तन और शिक्षा के आधार पर की जा सकेगी।
अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने यह टिप्पणी शुक्रवार को ‘पैन आईआईटी ग्लोबल समिट’ में की। संधू ने कहा, ‘कई लोग मुझसे पूछते हैं कि आने वाले दिनों में भारत-अमेरिका संबंधों में भारत की क्या प्राथमिकता होगी। मैं उन्हें बताता हूं कि पांच मुख्य क्षेत्र।’

