अमेरिकी और दुनिया भर के लोग अमेरिकी चुनाव 2024 के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस या रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप जबतक ज्यादातर राज्यों में महत्वपूर्ण जीत हासिल नहीं कर लेते, तब तक परिणाम नहीं पता चल सकेगा। पेंसिल्वेनिया, उत्तरी कैरोलिना, जॉर्जिया, एरिज़ोना, नेवादा, विस्कॉन्सिन और मिशिगन महत्वपूर्ण राज्य है।

नतीजों में कितना समय लगेगा?

यदि जीत का कोई बड़ा अंतर नहीं है और चुनाव नतीजे सर्वे के अनुरूप हैं और एरर का मार्जिन अधिक है तो नतीजों में कई हफ़्तों का समय लग सकता है। आईएएनएस की एक रिपोर्ट के अनुसार विवादित परिणामों को रिकाउंटिंग के साथ सुलझाने में कई सप्ताह लगेंगे। परंपरागत रूप से देखा गया है कि चुनाव हारने वाला उम्मीदवार परिणाम स्पष्ट होने पर आधिकारिक घोषणा से पहले ही हार मान लेता है। लेकिन ट्रंप ने 2020 यह स्वीकार नहीं किया था।

यदि डोनाल्ड ट्रंप हारते हैं, तो उन्हें निश्चित रूप से कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। यदि हैरिस भी हारती हैं तो भी अंतर बेहद कम होगा। दोनों के पास वकीलों की फौज इंतजार कर रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव राज्यों में उनकी जनसंख्या के अनुसार 538 सदस्यों के निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है, न कि लोकप्रिय वोट द्वारा। दो छोटे राज्यों को छोड़कर जिसे भी राज्य में लोकप्रिय वोटों का बहुमत मिलता है उसे उसके सभी इलेक्टोरल वोट मिलते हैं।

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अमेरिका के कई राज्यों में परिणाम को डाक द्वारा भेजा जाता है। यानी मतपत्रों को गिनती के लिए डाक द्वारा भेजा जाता है। इसमें समय भी लग सकता है। ऐसे में चुनावी परिणाम पर असर पड़ता है और इसमें देरी हो सकती है।

93 इलेक्टोरल कॉलेज वोट महत्वपूर्ण

इसलिए एक उम्मीदवार लोकप्रिय वोटों का बहुमत प्राप्त कर सकता है लेकिन फिर भी हार सकता है यदि वह बहुमत में तब्दील नहीं होता है। 2016 में डेमोक्रेट हिलेरी क्लिंटन ने डोनाल्ड की तुलना में लगभग 30 लाख अधिक वोट पाए, लेकिन उनसे हार गईं क्योंकि उन्होंने चुनावी कॉलेज में 306 से 227 का बहुमत हासिल किया था। अंतिम फैसला सात स्विंग राज्यों से आएगा जहां किसी भी पार्टी के पास निश्चित बहुमत नहीं है और वे किसी भी तरफ जा सकते हैं। उनके पास कुल मिलाकर 93 इलेक्टोरल कॉलेज वोट हैं।

यदि किसी राज्य में चुनाव के दिन या शुरुआती मतदान के दिनों में व्यक्तिगत रूप से डाले गए वोटों का अंतर अभी तक गिने जाने वाले अनुपस्थित मतपत्रों से अधिक नहीं है, तो उस राज्य के परिणाम रोक दिए जाएंगे। यदि अंतर बहुत करीब है, तो कोई भी पार्टी दोबारा गिनती की मांग कर सकती है, जिससे नतीजों में देरी भी हो सकती है। यदि सब कुछ सुचारू रूप से चलता रहा और प्रमुख राज्यों में अंतर काफी बड़ा रहा, तो परिणाम न्यूयॉर्क में आधी रात तक पता चल जाते हैं, जबकि कैलिफोर्निया में मतदान एक घंटे पहले खत्म हो जाएगा। रात 9 बजे से पहले ही मीडिया रुझान का अंदाज़ा देना शुरू कर सकता है। कानूनी चुनौतियों के कारण कई राज्यों में आधिकारिक घोषणाओं में देरी होना निश्चित है।