अमेरिका में भारतीय मूल के एक विशेषज्ञ को रक्षा संबंधी जानकारी रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। भारतीय मूल के वरिष्ठ अमेरिकी सलाहकार और भारत एवं दक्षिण एशियाई मामलों के जाने-माने विशेषज्ञ एश्ले जे टेलिस को अमेरिका में गैरकानूनी रूप से गोपनीय राष्ट्रीय रक्षा जानकारी रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। 64 वर्षीय टेलिस वियना, वर्जीनिया के निवासी हैं और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव रहा है।
अमेरिकी अटॉर्नी लिंडसे हॉलिगन ने इस मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा का गंभीर उल्लंघन बताया। एक प्रेस रिलीज के अनुसार, हॉलिगन ने कहा, “हम अमेरिकी लोगों को सभी विदेशी और घरेलू खतरों से बचाने पर पूरी तरह केंद्रित हैं। इस मामले में लगाए गए आरोप हमारे नागरिकों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करते हैं।” अगर दोषी ठहराया जाता है तो टेलिस को अधिकतम 10 साल की जेल, 2 लाख 50 हजार डॉलर तक का जुर्माना, 100 डॉलर का विशेष मूल्यांकन और संभावित ज़ब्ती का सामना करना पड़ सकता है।
टेलिस के पास गोपनीय सुरक्षा जानकारी थी
रॉयटर्स और फॉक्स न्यूज़ द्वारा बताए गए एफबीआई हलफनामे के अनुसार, टेलिस के पास संवेदनशील कम्पार्टमेंटेड सूचनाओं तक पहुंच के साथ एक अति गोपनीय सुरक्षा जानकारी थी। इस साल सितंबर और अक्टूबर में, उसने कथित तौर पर रक्षा और विदेश विभाग की इमारतों में प्रवेश किया, सैन्य विमानों की क्षमताओं से संबंधित दस्तावेज़ों सहित गोपनीय सामग्री तक पहुँच बनाई, उसे प्रिंट किया और ब्रीफ़केस लेकर वहां से चले गए।
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टेलिस के घर की तलाशी में 1000 से ज़्यादा पेज की गोपनीय जानकारी मिली
अधिकारियों ने बताया कि विएना, वर्जीनिया स्थित उनके घर की तलाशी में अति गोपनीय और गुप्त लिखी एक हज़ार से ज़्यादा पन्ने की गोपनीय जानकारी मिली। फ़ॉक्स न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, 12 सितंबर को टेलिस ने कथित तौर पर अपने एक सहकर्मी से कई गोपनीय दस्तावेज़ छपवाए थे और 25 सितंबर को उन्होंने कथित तौर पर अमेरिकी वायु सेना के सैन्य विमानों की क्षमताओं से संबंधित दस्तावेज़ भी छपवाए थे। अदालती दस्तावेज़ों में यह भी आरोप लगाया गया है कि टेलिस ने हाल के वर्षों में कई बार चीनी सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की थी।
इससे पहले एश्ले जे टेलिस ने पूर्व रिपब्लिकन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में सेवा की थी और 2001 में विदेश विभाग में एक अवैतनिक वरिष्ठ सलाहकार के रूप में काम करना शुरू किया था। उन्होंने रक्षा विभाग के नेट असेसमेंट कार्यालय के साथ भी अनुबंध किया था, जिसका नाम हाल ही में युद्ध विभाग कर दिया गया है। फॉक्स न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें भारत और दक्षिण एशियाई मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है। सरकारी भूमिकाओं के अलावा, टेलिस वाशिंगटन स्थित थिंक टैंक, कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में वरिष्ठ फेलो हैं।