The Resistance Front: अमेरिका ने The Resistance Front (TRF) द रेजिस्टेंस फ्रंट को आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। TRF ने पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस आतंकी संगठन ने पहलगाम में 26 लोगों की हत्या कर दी थी।
TRF कुख्यात आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है और पिछले कई सालों में इसने कश्मीर में कई बेगुनाह और मासूम लोगों की हत्या की है। गुरुवार को जारी एक बयान में अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा, ‘विदेश मंत्रालय ने द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) को Foreign Terrorist Organisation (FTO) और Specially Designated Global Terrorist (SDGT) के रूप में दर्ज किया है।’
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भारत ने की थी एयर स्ट्राइक
बताना होगा कि पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारत ने 6-7 मई की रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में चल रहे 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था और ऑपरेशन सिंदूर के तहत ताबड़तोड़ एयर स्ट्राइक की थी। भारत ने पाकिस्तान और PoK में मरकज़ सुभान अल्लाह- बहावलपुर, मरकज़ तैयबा- मुरीदके, सरजाल/तेहरा कलां, महमूना जोया फैसेलिटी- सियालकोट, मरकज़ अहले हदीस बरनाला- भिम्बर, मरकज़ अब्बास- कोटली, मस्कर राहील शाहिद- कोटली, मुजफ्फराबाद में शावई नाला कैम और मरकज़ सैयदना बिलाल को निशाना बनाया था।
मुंबई हमले के लिए जिम्मेदार है लश्कर-ए-तैयबा
अमेरिका ने पहलगाम हमले को लश्कर-ए-तैयबा द्वारा 2008 में किए गए मुंबई हमले के बाद भारत में नागरिकों पर सबसे घातक आतंकवादी हमला भी बताया है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद अमेरिका समेत कई देशों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता दिखाई थी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर घटना को लेकर दुख जताया था।
अमेरिका लश्कर-ए-तैयबा को पहले ही आतंकवादी संगठन घोषित कर चुका है। लश्कर-ए-तैयबा ने न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया में कई जगहों पर आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा के हितों की रक्षा, आतंकवाद का मुकाबला करने और पहलगाम आतंकी हमले के लिए न्याय को लेकर ट्रंप प्रशासन के संकल्प को दिखाती है।
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पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने दुनिया के कई देशों में पार्टी के नेताओं का डेलिगेशन भेजा था और पाकिस्तान को बेनकाब किया था। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया था लेकिन 10 मई को दोनों ही देश सीजफायर पर सहमत हो गए थे।
The Resistance Front क्या है?
TRF पिछले कुछ सालों से जम्मू-कश्मीर में हुई प्रवासी श्रमिकों, कश्मीरी हिंदुओं सहित सहित आम लोगों की हत्याओं में शामिल है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, TRF के जरिये पाकिस्तान घाटी में स्थानीय लोगों के बीच डर का माहौल बनाना चाहता है। जनवरी, 2023 में गृह मंत्रालय ने UAPA के तहत TRF पर प्रतिबंध लगा दिया था। इससे पहले इसके कमांडर सज्जाद गुल को 2022 में आतंकवादी घोषित किया था।
TRF ने 2019 में लश्कर-ए-तैयबा के एक प्रॉक्सी संगठन के रूप में कश्मीर में हत्याओं को अंजाम देना शुरू किया था।
भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने कहा था कि TRF आतंकवादियों की भर्ती करने, आतंकवादियों की घुसपैठ कराने और पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी करने में शामिल रहा है।
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