दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान ने रूस को हथियारों की आपूर्ति करने के लिए उत्तर कोरिया की निंदा कर कहा कि इस तरह की हथियार आपूर्ति से यूक्रेन में रूस के युद्ध में मृतकों की संख्या में तेजी से इजाफा होगा। दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान के शीर्ष राजनयिकों के संयुक्त बयान से कुछ दिन पहले रूस के विदेश मंत्री ने अमेरिका के उस दावे का मजाक उड़ाया था कि उनके देश को उत्तर कोरिया से युद्ध सामग्री मिली है। उन्होंने कहा था कि अमेरिका अपने आरोपों को साबित करने में नाकाम रहा है।
दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री पार्क जिन, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और जापान के विदेश मंत्री योको कामिकावा ने एक संयुक्त बयान में कहा कि हम उत्तर कोरिया से हथियार हासिल करने के रूस के प्रयासों को बेनकाब करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे। उत्तर कोरिया और रूस का अमेरिका और उसके सहयोगियों के साथ अलग-अलग टकराव जारी है।
दोनों ने हाल में अपने रक्षा और अन्य संबंधों को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। रूस के खत्म हो चुके हथियारों के भंडार को फिर से भरने के लिए उत्तर कोरिया की मदद की बात तब सामने आई थी जब उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने रूस की यात्रा की। पिछले हफ्ते प्योंगयांग की अपनी यात्रा के दौरान रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस यूक्रेन में युद्ध के लिए उत्तर कोरिया के समर्थन को अहमियत देता है। मॉस्को लौटने के बाद लावरोव ने उत्तर कोरियाई हथियार हस्तांतरण के अमेरिकी आरोप को खारिज करते हुए कहा कि अमेरिकी हर किसी पर आरोप लगाते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि वो अफवाहों पर टिप्पणी नहीं करते। इस महीने की शुरुआत में व्हाइट हाउस ने कहा था कि उत्तर कोरिया ने रूस को सैन्य उपकरणों और युद्ध सामग्री के 1,000 से अधिक कंटेनर दिए हैं। व्हाइट हाउस ने तस्वीरें जारी कीं जिसमें कहा गया कि कंटेनरों को ट्रेन के माध्यम से दक्षिण-पश्चिमी रूस ले जाने से पहले रूसी ध्वज वाले जहाज पर लादा गया था।