प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अपनी अमेरिकी यात्रा के पहले चरण में न्यूयॉर्क पहुंचे। वहां पर उनसे मिलने के लिए नोबेल पुरस्कार विजेता, अर्थशास्त्री, कलाकार, वैज्ञानिक, विद्वान, उद्यमी (Entrepreneur), शिक्षाविद, स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ समेत कई बड़ी हस्तियां पहुंची। इस दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। मोदी मंगलवार को ही न्यूयॉर्क पहुंचे थे। पीएम मोदी से मिलने उनके होटल लोटे न्यूयॉर्क पैलेस (Lotte New York Palace Hotel) पहुंचे विशिष्ट लोगों ने उनसे मुलाकात को अविश्वसनीय और शानदार बताया। इसमें टेस्ला और स्पेसएक्स (Tesla and SpaceX) के सीईओ एलोन मस्क (Elon Musk) भी शामिल रहे।

इससे पहले अमेरिकी खगोलशास्त्री, लेखक और विज्ञान संचारक नील डी ग्रासे टायसन (Neil De Grasse Tyson) ने पीएम मोदी से मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने कहा, “मैं एक ऐसे राष्ट्राध्यक्ष के साथ समय बिताकर खुश हूं, जो वैज्ञानिक रूप से उतना ही विचारशील है जितना कि प्रधानमंत्री मोदी। मुझे भविष्य के कार्यक्रमों के बारे में सुनकर खुशी हुई। मुझे पूरा यकीन है कि मैं अकेला नहीं हूं जब मैं कहता हूं कि भारत जो हासिल कर सकता है, उसकी कोई सीमा नहीं है। इसलिए मैं भारत के लिए बहुत उज्ज्वल भविष्य देखता हूं।”

न्यूयॉर्क में पीएम मोदी से मुलाकात के बाद प्रोफेसर पॉल रोमर (Paul Romer) कहते हैं, “यह एक शानदार बैठक थी। हमने सफल शहरी विकास के महत्व के बारे में बात की। वह इन मुद्दों को अच्छी तरह समझते हैं। पीएम ने इसे बहुत अच्छी तरह से स्पष्ट किया कि शहरीकरण कोई समस्या नहीं है। यह एक अवसर। मैं इसे एक नारे के रूप में लेता हूं। भारत आधार जैसे कार्यक्रमों के साथ प्रमाणीकरण के मोर्चे पर दुनिया को रास्ता दिखा सकता है।”

न्यूयॉर्क में पीएम मोदी से मुलाकात के बाद अमेरिकी निवेशक रे डेलियो (Ray Dalio) कहते हैं, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ऐसे शख्स हैं जिनका समय आ गया है जब भारत का समय आ गया है। भारत की क्षमता बहुत बड़ी है और अब आपके पास एक सुधारक है जो बदलने की क्षमता रखता है और बदलने के लिए लोकप्रियता को रखते हैं। भारत और प्रधान मंत्री मोदी एक ऐसे मोड़ पर हैं, जिसमें बहुत सारे अवसर पैदा होंगे।”

पीएम मोदी से मुलाकात के बाद पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी की अध्यक्ष (President of Pennsylvania State University) नीली बेंदापुदी (Neeli Bendapudi) ने कहा, “यह एक अविश्वसनीय बैठक थी। प्रधानमंत्री के साथ बैठने और भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका ये दो महान लोकतंत्र कैसे एक साथ काम कर सकते हैं, इस बारे में उनकी दृष्टि को सुनने का अवसर मिला। वास्तव में यह प्रेरणादायक रहा।”

उधर, अमेरिका के पूर्व एनएसए जॉन बोल्टन (John Bolton) ने पीएम मोदी को बताया ‘वैश्विक नेता’, कहा- अमेरिका और भारत के लिए ‘चीन’ बड़ी चुनौती है।