पाकिस्तान के शहर कराची में शुक्रवार को आतंकियों ने पुलिस मुख्यालय पर हमला बोल दिया है। शाम साढ़े सात बजे करीब 8-10 आतंकी मुख्यालय में घुस आए और फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पाक रेंजर्स ने उनके खिलाफ मोर्चा संभाला। चार घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद पूरी इमारत खाली करा ली गई। पाकिस्तान की जियो न्यूज के मुताबिक मुठभेड़ में पांच उग्रवादी मारे गए। एक पुलिस अधिकारी सहित दो लोगों की जान चली गई और रेंजर्स कर्मियों सहित 10 लोग घायल हो गए। पाकिस्तानी सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार हथियारबंद लोगों ने पुलिस स्टेशन पर हमला किया और शहर के मुख्य मार्ग के पास स्थित मुख्यालय के बाहर भारी गोलीबारी की आवाज सुनाई दी। हमले के बाद कराची पुलिस (Karachi Police) और पाकिस्तानी रेंजर्स ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार कम से कम आठ आतंकवादियों ने हथगोले और ऑटोमैटिक बंदूकों का इस्तेमाल किया।
सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह (Sindh CM Murad Ali Shah) ने संबंधित डीआईजी को अपने जोन से कर्मियों को भेजने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रमुख (Police Chief) के कार्यालय पर हमला स्वीकार्य नहीं है।
सदर पुलिस स्टेशन, जो पुलिस प्रमुख के कार्यालय के बगल में स्थित है, उसने भी एक बयान जारी कर कहा है कि स्टेशन हमले की चपेट में आ गया था। बयान में कहा गया, “एसएचओ PI खालिद हुसैन मेमन ने बताया कि अज्ञात आरोपी ने कराची पुलिस कार्यालय के पास सदर पुलिस स्टेशन पर हमला किया। हर जगह गोलीबारी हो रही है।”
साउथ डीआईजी इरफ़ान बलूच (South DIG Irfan Baloch) ने डॉनन्यूज़ टीवी को बताया कि गोलीबारी जारी है लेकिन स्थिति को नियंत्रण में लाया जाएगा। उन्होंने घायल लोगों की संख्या पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि इसकी पुष्टि तभी हो सकती है, जब अधिकारी क्षेत्र में निरीक्षण करेंगे।
उन्होंने कहा कि रेंजर्स और QRF के अलावा पूरे शहर के पुलिस बल को घटनास्थल पर बुलाया गया था। उन्होंने आगे कहा कि हमलावरों ने हथगोले भी फेंके थे। उन्होंने यह भी कहा कि हमलावर पूरी तरह तैयार होकर आए थे और कड़ा मुकाबला कर रहे हैं।
पुलिस सर्जन डॉ. सुमैय्या सैयद ने डॉन को बताया कि दो शवों और तीन घायलों को जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर (जेपीएमसी) लाया गया है। सैयद ने घायलों की पहचान 45 वर्षीय पुलिसकर्मी लतीफ, 40 वर्षीय रेंजर्स अधिकारी अब्दुल रहीम और 25 वर्षीय एधी कार्यकर्ता साजिद के रूप में की है।