Bangladesh News: बांग्लादेश के ढाका में हुए विमान हादसे में पीड़ितों के इलाज के लिए भारत ने डॉक्टरों और नर्सों की टीम को भेजा था। अब अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने भारत का शुक्रिया अदा किया है। भारत के साथ-साथ चीन और सिंगापुर के मेडिकल स्टाफ का आभार व्यक्त करते हुए यूनुस ने कहा कि उन्होंने बहुत दिल से घायलों की सेवा की है।

सिंगापुर, चीन और भारत के 21 फिजिशयन और नर्सों के एक डेलिगेशन ने स्टेट गेस्ट हाउस जमुना में बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस से मुलाकात की। इस मीटिंग के दौरान प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस ने हेल्थकेयर प्रोफेशनल की तरफ से की गई सहायता के लिए आभार जताया। प्रोफेसर यूनुस ने कहा, ‘ये टीमें न केवल अपनी स्किल के साथ, बल्कि अपने दिल के साथ आई हैं।’

स्वास्थ्य सलाहकार ने भी मेडिकल टीम की सराहना की

यूनुस ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी साझेदारियां सार्वजनिक स्वास्थ्य और आपातकालीन तैयारियों में स्थायी सहयोग की नींव रख सकती हैं। डेलीगेशन में सिंगापुर से दस, चीन से आठ और भारत से चार सदस्य शामिल थे। ढाका में चीनी राजदूत याओ वेन और सिंगापुर के मिशन प्रमुख भी बैठक में शामिल हुए। स्वास्थ्य सलाहकार नूरजहां बेगम ने भी मेडिकल टीम की सराहना की है। उन्होंने कहा, ‘आप हमारे सबसे कठिन समय में हमारे साथ खड़े रहे हैं और हम आपके बहुत आभारी हैं।’ इससे पहले 21 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुखद दुर्घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की थी और मदद की पेशकश की थी।

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डॉक्टरों की कोई सीमा नहीं – प्रोफेसर सईदुर रहमान

प्रोफेसर सईदुर रहमान ने कहा कि विदेशी डॉक्टरों के तुरंत पहुंचने से कई लोगों की जान बच गई। बैठक में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी के डॉयरेक्टर प्रोफेसर डॉ. मोहम्मद नासिर उद्दीन ने कहा कि यह फिर से साबित हो गया है कि डॉक्टरों की कोई सीमा नहीं है। बता दें कि 21 जुलाई को बांग्लादेश एयर फोर्स का एक ट्रेनिंग विमान ढाका के उत्तरा इलाके में माइलस्टोन स्कूल और कॉलेज परिसर में हादसे का शिकार हो गया था। इस दुर्घटना में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई और 170 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। मरने वालों में ज्यादातर स्टूडेंट्स ही थे। बांग्लादेश प्लेन क्रैश का भयावह मंजर याद कर सिहर गई टीचर