अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ चर्चा में है। अब ट्रंप प्रशासन ने स्मार्टफोन और कंप्यूटर को नए टैरिफ से छूट दी है, जिसमें चीनी आयात पर 125 प्रतिशत शुल्क भी शामिल है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी सीमा शुल्क विभाग ने लोकप्रिय इलेक्ट्रॉनिक्स पर कीमतों में बढ़ोतरी को रोकने के लिए शुक्रवार देर रात को छूट की घोषणा की।
Apple-Samsung ने जताई थी चितां
यह निर्णय Apple और Samsung जैसी टेक जायंट्स की चिंताओं के बाद लिया गया है। उनकी चिंता थी कि वैश्विक बाजारों में गैजेट की कीमतें बढ़ सकती हैं, क्योंकि उनमें से कई चीन में निर्मित हैं। छूट में विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल हैं, जैसे कि सेमीकंडक्टर, सोलर सेल और मेमोरी कार्ड।
टैरिफ वार
शनिवार को अमेरिकी वस्तुओं पर चीन का जवाबी 125% टैरिफ लागू हो गया। ये ट्रंप प्रशासन द्वारा अब चीनी आयात पर लगाए गए 145% शुल्क से थोड़ा कम है। बीजिंग ने नए अमेरिकी टैरिफ पर WTO में औपचारिक रूप से शिकायत भी दर्ज कराई है, जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ धमकियों को मज़ाक और संख्याओं का खेल बताकर खारिज कर दिया है। चीनी सरकार ने कहा कि अमेरिका की ओर से लगाए जाने वाले और अधिक जवाबी टैरिफ को नजरअंदाज किया जाएगा। उसने तर्क दिया कि आर्थिक गणना अब ऐसी परिस्थितियों में अमेरिकी वस्तुओं के आयात का समर्थन नहीं करती है।
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ट्रंप ने शुक्रवार को घोषणा की कि उनकी नीतियां वास्तव में अच्छी चल रही हैं जबकि बाजार में उथल-पुथल तेज हो गई है। सोने की कीमतों में भी उछाल आया है। अमेरिकी सरकार के बॉन्ड की गिरावट आई और अनिश्चितता के कारण वैश्विक शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव जारी रहा। टैरिफ के बढ़ते प्रभाव के बीच, ताइवान ने शनिवार को पुष्टि की कि उसने अमेरिकी अधिकारियों के साथ अपनी पहली औपचारिक टैरिफ वार्ता की है। ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने कहा कि ताइवान को अमेरिका की पहली वार्ता सूची में शामिल किया गया है और उम्मीद है कि इसकी मौजूदा 10% टैरिफ दर को घटाकर शून्य कर दिया जाएगा।
ताइवान के व्यापार वार्ता कार्यालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने रेसिप्रोकल टैरिफ, गैर-टैरिफ व्यापार बाधाओं और निर्यात नियंत्रणों, विशेष रूप से उच्च तकनीक वाले सामानों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। पिछले वर्ष अमेरिका के साथ ताइवान का व्यापार अधिशेष 73.9 बिलियन डॉलर था, और इसका 60% निर्यात आईसीटी उत्पादों में था। मुख्य रूप से सेमीकंडक्टर का व्यापार अधिक था, जिन्हें अब तक ट्रंप की टैरिफ वृद्धि से छूट दी गई है।