तालिबान के एक प्रवक्ता का कहना है कि पाकिस्तान उनके लिए “दूसरे घर जैसा है” और पड़ोसी देश के साथ व्यापार और रणनीतिक संबंधों को गहरा करने की उन्होंने कसम खाई है। प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने यह भी कहा कि तालिबान भारत के साथ अच्छे संबंध चाहता है। मुजाहिद ने पाकिस्तान स्थित एआरवाई न्यूज के साथ एक इंटरव्यू के दौरान कहा, “अफगानिस्तान पाकिस्तान के साथ अपनी सीमा साझा करता है। जब धर्म की बात आती है तो हमारे बीच परंपरागत रूप से गठबंधन है, दोनों देशों के लोग एक-दूसरे के साथ मिलते हैं। इसलिए हम आगे देख रहे हैं कि पाकिस्तान के साथ संबंधों को और गहरा किया जाए। “

उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान पर कब्जा करने के लिए तालिबान के हमले में पाकिस्तान की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश ने कभी भी उनके मामलों में “हस्तक्षेप” नहीं किया है। मुजाहिद ने आगे कहा कि पाकिस्तान और भारत को अपने बकाया मुद्दों को हल करने के लिए एक साथ बैठना चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि तालिबान भारत सहित सभी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहता है।

अफगानिस्तान में सरकार गठन की अटकलों के बीच तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि वे ऐसी सरकार चाहते हैं जो मजबूत हो और इस्लाम पर आधारित हो और जिसमें सभी अफगान शामिल हों। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बुधवार को बताया कि तालिबान ने ग्वांतानामो के पूर्व बंदी मुल्ला अब्दुल कय्यूम जाकिर को कार्यवाहक रक्षा मंत्री नामित किया है।

तालिबान ने अब तक औपचारिक रूप से नियुक्तियों की घोषणा नहीं की है, लेकिन मुजाहिद ने एआरवाई न्यूज को बताया कि अमेरिका के 31 अगस्त को अफगानिस्तान छोड़ने से पहले एक सरकार होगी। मुजाहिद ने कहा, “हम इस पर काम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि अमेरिका को अपने सैनिकों को वापस बुलाने की योजना में देरी नहीं करनी चाहिए।”

मुजाहिद ने यह भी कहा कि तालिबान किसी अन्य देश के खिलाफ अफगान धरती का इस्तेमाल नहीं होने देगा। उन्होंने कहा कि तालिबान ने “युद्धग्रस्त देश में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करते हुए” सभी क्षेत्रों पर नियंत्रण कर लिया है।

हालाँकि, कई समाचार आउटलेट्स ने दो दशकों के बाद सत्ता में लौटने के बाद से अफगानिस्तान में तालिबान की बर्बरता की सूचना दी है। फॉक्स न्यूज को एक वीडियो मिला, जिसमें दावा किया गया है कि तालिबान लड़ाके काबुल और अन्य जगहों की सड़कों पर घूमते हैं और पूर्व सरकारी कर्मचारियों की तलाश में गोलियां चलाते हैं। चैनल ने तखर प्रांत में एक घटना के बारे में भी बताया, जहां मंगलवार को तालिबान लड़ाकों द्वारा एक महिला को बिना सिर ढके सार्वजनिक रूप से रहने के कारण उसे मार दिया गया था। सीएनएन ने यह भी बताया कि तालिबान लड़ाके जुलाई में फरयाब में एक महिला के घर में जबरन घुस गए और उसकी हत्या कर दी। जिसने उनकी बात मानने से इंकार कर दिया था।

बता दें कि तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया था और राष्ट्रपति अशरफ गनी के नेतृत्व वाली नागरिक सरकार को बाहर कर दिया था। अशरफ गनी इस समय संयुक्त अरब अमीरात में हैं। तालिबान की जीत के बाद से 10 दिनों में, अमेरिका और उसके सहयोगियों ने पिछले 24 घंटों में 19,000 सहित 88,000 से अधिक लोगों को बाहर निकाला है। अमेरिकी सेना के मुताबिक काबुल हवाईअड्डे से हर 39 मिनट में विमान उड़ान भर रहे हैं।

भारत ने भी अब तक अफगान हिंदुओं और सिखों सहित 800 से अधिक लोगों को निकाला है। अफगानिस्तान से आज 180 लोगों के एक नए जत्थे के भारत आने की उम्मीद है।