दक्षिणी यमन के अदन शहर में आज एक सैन्य शिविर के बाहर एक आत्मघाती हमलावर द्वारा धमाका कर खुद को उड़ाए जाने की घटना में कम से कम से कम 52 सैनिक मारे गए। एक सुरक्षा अधिकारी ने यह जानकारी दी। इस्लामिक स्टेट ग्रुप से सम्बद्ध यमन की इकाई ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। अब्दुल रहमान अल नकीब ने बताया कि 63 लोग विस्फोट में घायल हो गए। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह विस्फोट हुए जिस व्यक्ति ने किया था उसने विस्फोटों वाली बेल्ट बांध रखी थी।

सैन्य अधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा कि हमले में कई घायल हुए हैं। यह हमला सैन्यकर्मियों को निशाना बनाकर किया गया जो पूर्वोेत्तर अदन स्थित एक सैन्य ठिकाने के पास अपना वेतन लेने के लिए जमा हुए थे। हमला एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया जो उन सैनिकों में मिल गया जो अल सावलाबन सैन्य ठिकाने के पास स्थित अदन में विशेष सुरक्षा बलों के प्रमुख कर्नल नासिर सारिया के घर के बाहर जमा हुए थे। आईएस ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए एक बयान में कहा कि ‘‘शहादत के लिए निकला’’ लड़ाका सुरक्षा चौकियों से बचते हुए आगे पहुंचा और उसने स्वयं को विस्फोट करके उड़ा लिया।

गौरतलब है कि इससे पहले 11 दिसंबर को यमन के दक्षिणी शहर अदन में हुए एक आत्मघाती बम विस्फोट में 48 सैनिकों की मौत हो गयी थी। इस्लामिक स्टेट समूह ने इस हमले का दावा किया है। अदन के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख अब्दुल नसीर अल-वाली ने एएफपी को बताया कि इस विस्फोट में 48 सैनिकों की मौत हो गयी और 29 अन्य घायल हो गये। इससे पहले मरने वालों सैनिकों की संख्या 35 बतायी गयी थी। अदन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के निकट अल-सावलाबान के एक बैरक में सैकड़ों सैनिक अपनी मासिक तनख्वाह लेने के लिए एकत्रित हुए थे, इसी दौरान हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया। आईएस ने जिम्मेदारी का दावा किया था।