Sri Lanka India Relations: श्रीलंका ने चीन को बड़ा झटका देने का काम कर दिया है। जो चीन लगातार मिशन इंडियन ओशन के तहत श्रीलंका में उन हिस्सों पर अपना कब्जा चाहता है जिससे भारत की सुरक्षा को खतरा है। अब श्रीलंका की तरफ से दो टूक जवाब सामने आ गया है। श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायक की तरफ से भारत को आश्वासन दिया गया है कि किसी भी कीमत पर भारत की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

चीन को कैसे बड़ा झटका दे गया श्रीलंका?

अब जानकारी के लिए बता दें कि श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायक इस समय 3 दिन के भारत दौरे पर आए हुए हैं। उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हो चुकी है, माना जा रहा है उस मुलाकात के दौरान आश्वासन दिया गया है कि किसी भी कीमत पर श्रीलंका की धरती को भारत के खिलाफ इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। वैसे ऐसा आश्वासन ज्यादा मायने इसलिए रखता है क्योंकि चीन की नजर हिंद महासागर में अपनी गतिविधियां बढ़ाने पर चल रही हैं।

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चीन की चालाकी समझिए

कोई इस बात को भूला नहीं है कि किस तरह से श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह पर अपना कब्जा जमा रखा है। समय-समय पर उसके जासूसी जहाज वहां देखे जा चुके हैं। चीन का 25000 टन वाला युआन 5 जहाज भी समय-समय पर वहां पैहरा देता हुआ दिख जाता है।

भारत की चिंताएं समझिए

वैसे यह कोई पहली बार नहीं है जब भारत की तरफ से इस बात पर आपत्ति जताई गई हो कि श्रीलंका में चीन की सक्रियता जरूरत से ज्यादा बढ़ गई है और जिन इलाकों पर उसका कब्जा हो रहा है उससे भारत की सुरक्षा को सीधा-सीधा खतरा है। साल 2022 में भी भारत ने चिंता व्यक्त करते हुए जोर देकर कहा था कि श्रीलंका को चीन को वापस भेजना होगा, उस समय श्रीलंका की सरकार ने जरूर चीन से अपने जहाज की तैनाती टालने के लिए कहा था, लेकिन बाद में रसद देने के लिए बंदरगाह पर रुकने की इजाजत दे दी गई थी। इसी वजह से भारत नाराज और उसकी तरफ से श्रीलंका को चेतावनी भी दी गई थी। अब जब 2 साल बाद श्रीलंका के नए राष्ट्रपति भारत आए हैं, उन्होंने उन चिंताओं को ठीक तरह से समझा है और भारत को आश्वासन दे दिया है।