महाभियोग का सामना कर चुकी दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति पाक गुन-हे की जेल में बंद सहयोगी चोई सून-सिल ने सोमवार (19 दिसंबर) को अपने मुकदमे की सुनवाई के पहले दिन इस बात से इनकार किया है कि वह राष्ट्रपति के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल ताकतवर कंपनियों से धन वसूलने के लिए करती थीं। सोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में महज एक घंटे तक चली सुनवाई में चोई सून-सिल कई सप्ताह में पहली बार सार्वजनिक तौर पर नजर आईं। चोई उस स्कैंडल के केंद्र में हैं, जिसके चलते पार्क को महाभियोग का सामना करना पड़ा। बीते 40 साल से पार्क की मित्र चोई सून-सिल ने सुनवाई के दौरान काला चश्मा पहना हुआ था और उन्होंने तीन न्यायाधीशों का झुककर अभिवादन किया।

उनके वकील ली क्योंग-जाए ने इस बात से इनकार किया कि चोई ने राष्ट्रपति के पूर्व सलाहकार के साथ मिलकर कंपनियों पर चोई के नियंत्रण वाली संस्थाओं को धनराशि दान देने का दबाव बनाने की साजिश रची थी। चोई ने कहा, ‘तकलीफ के लिए मुझे खेद है। मैं (अपनी) सुनवाई में पूरी निष्ठा के साथ हिस्सा लूंगी।’ अदालत ने चोई के खिलाफ लगे आरोपों की समीक्षा की। अभियोजकों का कहना है कि चोई ने सरकारी मामलों में हेरफेर की और कारोबारियों से रंगदारी वसूली। चोई के मामले की अगली सुनवाई 29 दिसंबर को होगी। स्कैंडल में फंसे 10 अन्य भी मुकदमे का सामना कर रहे हैं। वर्ष 2014 में एक पोत के चालकदल की पेशी के बाद यह अब तक का सबसे बड़ा मामला है। उस मामले से जुड़ा पोत डूब गया था और 300 से अधिक लोग मारे गए थे। उनमें अधिकतर लोग किशोर थे।