Scotland Humza Yousaf: स्कॉटलैंड की सत्ताधारी स्कॉटिश नेशनल पार्टी (The Scottish National Party) ने सोमवार (27 मार्च,2023) को हमजा यूसुफ को अपना नया नेता चुना है। देश में पिछले पांच सप्ताह से चल रहे प्रो-फ्रीडम मूवमेंट के बाद पार्टी ने यूसुफ को अपना नेता चुना है। 37 वर्षीय हमजा पहले साउथ एशियन प्रवासी (पाकिस्तानी मूल) परिवार से ताल्लुक रखते हैं। वह वर्तमान में स्कॉटलैंड के स्वास्थ्य मंत्री हैं। हमजा यूसुफ को पार्टी का नेता बनने के लिए दो स्कॉटिस सांसदों को हराना पड़ा है। आठ साल से पार्टी की कमान संभाल रहीं निकोला स्टर्जन ने पिछले महीने अचानक पद छोड़ दिया था, जिसके बाद से पार्टी का नेता बनने के लिए प्रतिस्पर्धा चल रही थी।
Edinburgh’s Murrayfield स्टेडियम में अपनी पहली स्पीच में हमजा ने कहा कि वो सभी के नेता हैं। केवल उन लोगों के नहीं जिन्होंने उन्हें अपना वोट दिया है। वो स्काटलैंड के हित में काम करेंगे। उनका कहना था कि वो पार्टी का नेतृत्व सभी वर्कर्स केस हितों को देखकर करेंगे। उनकी प्राथमिकता SNP को बुलंदियों पर ले जाना रहेगी। उनका कहना था कि किसी भी शख्स की किसी भी राजनीतिक दल से प्रतिबद्धता हो इससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता।
SNP के 72 हजार मेंबर्स ने हमजा को मामूली अंतर से वहां की वित्त मंत्री केस फोर्ब्स पर तरजीह दी, जिसके बाद वो विजेता बनकर उभरे। सांसद एश रीगन उनसे काफी पीछे रहे। हालांकि SNP को स्काटलैंड की राजनीति में सिरमौर बनाने वाले नेता स्टरजियन अपने उस मंसूबे को पूरा करने में नाकाम रहे जिसकरे तहत वो स्काटलैंड को ब्रिटिश चंगुल से मुक्त कराना चाहता थे। ट्रांसजेंडर राइट लॉ के मुद्दे पर उन्होंने पार्टी को विभाजित कर दिया। चुनाव मैदान में उतरे तीनों नेताओं का वैसे एक ही लक्ष्य था कि कैसे भी स्काटलैंड के ब्रिटिश चंगुल से मुक्त कराया जाए।
स्काटलैंड की संसद में SNP के पास 129 में से 64 सीटें हैं। वो अपेक्षाकृत कमजोर दलों के सहारे खुद को सत्ता में बनाए हुए है। ग्रीन पार्टी ने SNP को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर उसने कोई ऐसा नेता चुना जिसका रुख प्रगतिशील नहीं दिखा तो वो गठबंधन से बाहर आ जाएगी। हमजा के सामने स्काटलैंड को ब्रिटिश चंगुल से निकालने की लड़ाई इतनी आसान होती नहीं दिख रही क्योंकि वहां के लोगों ने ब्रिटेन के साथ रहने की इच्छा जताई है। 2014 में जुटाए गए जनादेश में लोगों ने ये इच्छा जताई थी। हालांकि हमजा ब्रिटेन के साथ रहने के मामले में फिर से एक नया जनादेश चाहते हैं लकिन ब्रिटिश संसद ने इसकी अनुमति नहीं दी थी। ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी हमजा की इच्छा के मुताबिक नहीं रहा था।
कौन हैं हमजा यूसुफ?
हमजा यूसुफ का जन्म ग्लासगो शहर में हुआ है। उनके पिता मुजफ्फर यूसुफ साल 1960 में यहां आए थे। उनके पिता ने शुरुआत में अकाउंटेंट के तौर पर काम किया, जबकि उनके दादा ने एक सिलाई मशीन की कंपनी में काम किया। यूसुफ की मां का जन्म केन्या में हुआ था। अमेरिका में ट्वीट टॉवर पर हमले के समय यूसुफ की उम्र 16 साल थी। वह साल 2005 में स्कॉटिश नेशनल पार्टी से जुड़े। इस दौरान वह ग्लासगो यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे। वह महज 26 साल की उम्र में सांसद चुने गए। उन्होंने अपनी शपथ अंग्रेजी के अलावा उर्दू भाषा में ली थी। इस दौरान उन्होंने शेरवानी पहनी थी।
