रूस का यूक्रेन पर हमले का छठा दिन है। रूस ने राजधानी कीव और खारकीव में हमले तेज कर रखे हैं। रूसी सेना लगातार यूक्रेन के कई शहरों में बमबारी कर रही है। इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति ने यूरोपीय संसद में अपनी बात मजबूती से रखी जिसके बाद सभा तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने यूरोपीय संसद में कहा, “हम अपनी जमीन और अपनी आजादी के लिए लड़ रहे हैं, इस तथ्य के बावजूद कि हमारे सभी शहर ब्लॉक कर दिए गए हैं। कोई हमें तोड़ने वाला नहीं है, हम मजबूत हैं, हम यूक्रेनियन हैं।”
रूस के यूक्रेन पर हमले की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है। इसके बाद रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। अमेरिका ने अपने नागरिकों को तत्काल रूस छोड़ देने को कहा है। वहीं, मंगलवार को रूस द्वारा जारी गोलीबारी में एक भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा की मौत हो गई। इस बीच, भारत सरकार यूक्रेन से अपने लोगों को निकालने का अभियान जारी रखा हुआ है। यूक्रेन में अभी भी हजारों भारतीय छात्र फंसे हुए हैं जिनको पड़ोसी देशों के रास्ते भारत लाया जा रहा है।
इधर, यूक्रेन संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में कई केंद्रीय मंत्री मौजूद हैं। इसके पहले, आज सरकार ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए वायुसेना की मदद ली जाएगी।
रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले को लेकर दिल्ली में यूक्रेन के दूतावास के बाहर लोगों ने मोमबत्ती जलाकर रूस यूक्रेन युद्ध में जान गवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। भारत में यूक्रेन के राजदूत भी इस दौरान मौजूद रहे। इस दौरान भारत में यूक्रेन के राजदूत डॉ. इगोर पोलिखा ने कहा, “रूस को यूक्रेन में घुसपैठ करते 6 दिन हो गए हैं। हमारी सेना दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक को रोकने में सफल रही है। दुर्भाग्य से इस युद्ध में रूस-यूक्रेन सैनिकों के साथ-साथ बड़ी संख्या में नागरिकों को भी जान गंवानी पड़ रही है।”