Russia-America: रूस स्पेस में परमाणु बम तैनात कर रहा है। यह विश्वभर के तमाम देशों के लोगों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। इससे अमेरिका की सुरक्षा को भी खतरा बढ़ गया है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका रूसी गतिविधियों पर बारीकी से नजर रख रहा है और मॉस्को द्वारा बनाए गए न्यूक्लियर एंटी सैटेलाइट सिस्टम के मामले को गंभीरता से ले रहा है।

गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए जॉन किर्बी ने कहा कि रूस स्पेस में एंटी सैटेलाइट सिस्टम का विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसके खतरे का अंदाजा लगाना काफी मुश्किल है। रूस की इस तरह का सिस्टम काफी परेशान करने वाला है। हालांकि, अभी तक किसी की सुरक्षा को गंभीर खतरा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हम ऐसे किसी हथियार के बारे में बात नहीं कर रहे हैं जिसका इस्तेमाल इंसानों पर हमला करने या किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जा सकता है।

किर्बी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम ने मामले की पूरी जानकारी दे दी है। किर्बी ने कहा कि बाइडेन ने राजनयिक स्तर पर बातचीत करने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियों के द्वारा किए गए खुलासे काफी चौंकानें वाले हैं।

स्पेस संधि का उल्लघंन

जॉन किर्बी ने कहा कि हमारे पास कोई ऐसी तारीख नहीं है कि जिससे यह पता चल पाए कि रूस इस पर कब से काम कर रहा है। हालांकि, हमारे पास खुफिया एजेंसी की कुछ समय पहले ही रिपोर्ट आई है। रूस इसका तेजी से विकास कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने अगर ऑर्बिट में परमाणु हथियार तैनात किए हैं तो यह सीधे तौर पर जानबूझकर साल 1967 में हुई स्‍पेस संधि का उल्‍लंघन करना होगा। वहीं, रूस के उप विदेश मंत्री ने अमेरिका के दावों को सिरे से खारिज किया है।

हाइपरसोनिक मिसाइल तैनाती को लेकर भी बनाई थी योजना

आपको बता दें कि बीते साल ऐसा माना गया था कि रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन युद्ध के लिए बेहद घातक 20 हजार मील प्रति घंटे की उल्कापिंड हाइपरसोनिक मिसाइल को तैनात करने की प्लानिंग कर रहे हैं। परमाणु बम से लैस इस हथियार को 30 मिनट से भी कम समय में कहीं भी दागा जा सकता है। यह आधे घंटे में ही विश्वभर के कई देशों में भारी तबाही मचा सकता है।