काबुल में स्थित अफगानिस्तान की नई संसद भवन पर चार रॉकेट से हमला किया गया है। इस दौरान संसद में कई लोग मौजूद थे, लेकिन अफगानिस्तान तैनात भारतीय राजदूत मनप्रीत वोहरा ने बताया कि हमले में किसी के हताहत नहीं हुआ है। जिसने रॉकेट दागे उनके निशाने पर संसद थी लेकिन गनीमत ये रही कि रॉकेट संसद से थोड़ी दूर पर गिरे।
जिस दौरान संसद भवन पर हमला तब हुआ, जब सुरक्षा अधिकारी संसद में प्रवेश कर रहे थे, सुरक्षा अधिकारी सांसदों को सिक्योरिटी को लेकर ब्रीफ करने वाले थे। गौरतलब है कि काबुल में बनी ये इमारत का भारत ने निर्माण कराया है।
इस भवन के निर्माण पर 4 करोड़ 50 लाख डॉलर का खर्च आना था। लेकिन, बाद में यह बढ़कर 9 करोड़ डॉलर हो गया था। इस भवन का डिजाइन मुगल और आधुनिक स्थापत्य कला पर आधारित है। इसका गुंबद एशिया का सबसे बड़ा गुंबद कहा जाता है।
जिसका बीते साल दिसंबर में ही पीएम मोदी ने उद्घाटन किया था। लिहाजा कुछ लोगों को भारत और अफगानिस्तान की दोस्ती शुरुआत से ही रास नहीं आ रही थी। तब मोदी ने विकास के लिए आतंकवाद के खात्मे को जरूरी बताया। और अब ये हमले की खबर सुनने को मिली।
युद्ध से जूझ रहे अफगानिस्तान में भारत की मित्रता की मिसाल के तौर पर बनी इस संसद का काम 2007 में शुरू हुआ था और पिछले साल दिसंबर में इसे देश को समर्पित किया गया। इस इमारत को भारत की ओर से अफगानिस्तान को लोकतंत्र की प्रतीकात्मक भेंट करार दिया गया।