जाने-माने पाकिस्तानी फिल्मकार जमशेद महमूद उर्फ जामी 13 साल पहले रेप का शिकार हुए थे। उन्हें तब किसी मीडिया टाइकून ने अपनी हवस का शिकार बनाया था। रविवार (20 अक्टूबर, 2019) को जामी ने अपनी इसी दर्द भरी आपबीती को सोशल मीडिया के जरिए बयां किया।
सिलसिलेवार ट्वीट्स में पाक कलाकार ने बताया कि आखिर वह क्यों #metoo अभियान का मुखर होकर समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने लिखा- मुझे पता है कि मीटू के पीड़ित कैसा महसूस करते हैं। वह भी तब, जब मीडिया का कोई बड़ा नाम या फिर एक ‘दानव’ बुरी तरह पीड़ित का रेप करे।
उन्होंने लिखा, “13 साल बीत चुके हैं। मैं खुद को कोसता हूं कि आखिर मैंने उस शख्स की आंखें क्यों नहीं नोंच ली थीं। मैंने रेप के बारे में कुछ लोगों को बताया भी था, पर उन्होंने यकीन ही नहीं किया। मैंने कई बार अपनी आपबीती सुनाई, पर उन्होंने मुझे ही गलत बता दिया।”
रेप के बाद अकेलेपन से जूझ रहे जामी को तब थेरेपी का सहारा भी लेना पड़ा था। बकौल पाक कलाकार, “मैंने अगा खां में छह माह थेरेपिस्ट के साथ बिताए थे और दवाइयां लेने के साथ कुछ माह आराम किया था।”
पाकिस्तान के लाहौर में चंद दिन पहले एक छात्रा ने शिक्षक पर यौन शोषण का आरोप लगाया था, जिसके बाद शिक्षक ने खुदकुशी कर ली थी। जामी ने इस मामले का जिक्र करते हुए कहा, “मैं ये सब अब इसलिए लिख रहा हूं, क्योंकि #metoo खतरे में है और मैं अपने कड़वे अनुभव साझा करने के लिए तैयार हूं।”
जामी के मुताबिक, जिस आरोपी ने उनका रेप किया था, वह पाकिस्तानी मीडिया में बड़ा नाम है। यही वजह है कि फिल्मकार के खुलासे के कुछ वक्त सभी पाकिस्तानी मीडिया ने इस मसले पर स्टोरी/खबरें हटा लीं।
उन्होंने इसी को लेकर सवाल किया, “हर चैनल ने एक ही वक्त पर स्टोरी हटा ली। इसमें कोई दिक्कत नहीं है। यह वही ताकत (आरोपी) है, जिसकी मैं बात कर रहा था। आखिरकार सच की तलाश करने वाले कहां हैं?”

