Pulwama Terror Attack: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को पुलवामा हमले को ”खौफनाक स्थिति” करार दिया और कहा कि वह इस मामले पर रिपोर्ट हासिल कर रहे हैं और एक बयान जारी करेंगे। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इससे अलग, विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पैलाडिनो ने भारत के प्रति पुरजोर समर्थन दिखाते हुए पाकिस्तान को 14 फरवरी को हुए हमले के जिम्मेदारों को सजा देने के लिये कहा। ट्रंप ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में पत्रकारों से कहा कि आत्मघाती हमले से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है और बेहतर होगा कि दोनों एशियाई देश मिलकर रहें। ट्रंप ने एक सवाल के जवाब में कहा, “मैंने देखा है। मुझे इस मामले पर बहुत सारी रिपोर्ट मिल रही हैं। हम उचित समय पर इस पर बात करेंगे। बहुत अच्छा होगा कि वे (भारत और पाकिस्तान) मिलकर रहें।” ट्रंप ने कहा, “वह (आतंकी हमला) बहुत खौफनाक स्थिति थी। हम रिपोर्ट हासिल कर रहे हैं और इस पर बयान जारी करेंगे।”

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार के एक शीर्ष अधिकारी ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए प्राधिकारियों से अपराधियों को न्याय के दायरे में लाने की अपील की है। मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (ओएचसीएचआर) के प्रवक्ता रुपर्ट कोलविले ने मंगलवार को जिनेवा में कहा कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाचेलेत पुलवामा में ही सोमवार को हुई मुठभेड़ में जवानों के शहीद होने की खबर से भी दु:खी हैं। कोलविले ने कहा, ‘‘उच्चायुक्त जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को भारतीय सुरक्षा बलों पर किए गए आत्मघाती हमले की कड़ी निंदा करती हैं और प्राधिकारियों से साजिशकर्ताओं को न्याय के दायरे में लाने की अपील करती हैं।’’ जैश-ए-मोहम्मद के इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद पुलवामा के ही पिंगलान इलाके में मुठभेड़ में सेना के एक मेजर समेत चार जवान शहीद हो गए थे। इस मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद में दो आतंकवादी मारे गए थे।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने उम्मीद जताई कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव से ‘‘क्षेत्र में असुरक्षा की स्थिति और नहीं बढ़ेगी।’’ कोलविले ने कहा कि उच्चायुक्त भारत से मिल रही उन रिपोर्टों को लेकर भी ‘‘चिंतित’’ हैं जिनमें कहा गया है कि ‘‘कुछ तत्व’’ भारत के विभिन्न हिस्सों में रह रहे कश्मीरी लोगों को निशाना बनाकर ‘‘खतरे एवं हिंसा के संभावित कृत्यों को न्यायोचित’’ ठहराने के लिए हमले का इस्तेमाल कर रहे हैं।उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बात को अहमियत देते हैं कि इन घटनाओं से निपटने के लिए भारतीय प्राधिकारियों ने कदम उठाए हैं। हम उम्मीद करते हैं कि सरकार लोगों को सभी प्रकार के खतरों से बचाने के लिए कदम उठाना जारी रखेगी।’’