Pulwama Terror Attack के बाद दुनियाभर में आलोचना झेल रहे पाकिस्तान ने 2008 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद के नेतृत्व वाले जमात-उद-दावा और उसकी चैरिटी संस्था फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन पर गुरुवार (21 फरवरी) को प्रतिबंध लगा दिया है। 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के बाद पाकिस्तान पर कार्रवाई करने को लेकर लगातार अंतरराष्ट्रीय दबाव बन रहा था।
पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में गुरुवार को हुई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में इन संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया। प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘गैरकानूनी करार दिए गए संगठनों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने का फैसला बैठक में लिया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह तय किया गया कि गृह मंत्रालय द्वारा जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन को गैरकानूनी घोषित किया जाए।’’ इससे पहले गृह मंत्रालय ने दोनों संगठनों को निगरानी सूची में रखा था।
अधिकारियों के अनुसार, जेयूडी के नेटवर्क में 300 मदरसे और स्कूल, अस्पताल, एक प्रकाशन और एम्बुलेंस सेवा शामिल हैं। दोनों समूहों के पास करीब 50,000 स्वयंसेवक और सैकड़ों की संख्या में वेतनभोगी कर्मचारी हैं। बता दें कि यूनाइटेड नेशंस ने हाफिज सईद को आतंकी घोषित किया था और उस पर 10 मिलियन डॉलर के इनाम का भी एलान किया था।इसके बाद पाकिस्तान हाफिज के संगठन लश्कर-ए-तैयबा पर बैन लगा दिया था। बैन के बाद हाफिज ने जमात-उद-दावा का गठन किया और चंदा वसूली के लिए उसने फलाह-ए-इंसानियत नामक चैरिटी संस्था बनाई।