आम आदमी पार्टी के इस समय अच्छे दिन नहीं चल रहे हैं। पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का गिरफ्तार होना और अब सांसद राघव चड्ढा का एक ऐसी ब्रिटिश सांसद से लंदन में मिलना कि देश की राजनीति में बड़ा भूचाल आ गया है। कुछ दिन पहले ही लंदन में राघव चड्ढा ने ब्रिटिश सांसद प्रीत कौर गिल से एक मुलाकात की। ब्रिटिश सांसद ने खुद सोशल मीडिया पर उस तस्वीर को शेयर किया।
अब उस तस्वीर को शेयर कर प्रीत ने बताया कि उन्हें राघव से मिलकर अच्छा लगा और दोनों ग्लोबल हेल्थ सिक्योरिटी पर चर्चा की। अब उस मुलाकात को लेकर सारा बवाल इसलिए है क्योंकि प्रीत की सियासी कुंडली उन्हें विवादों में लाने का काम करती है। खालिस्तान के समर्थन में बातें करना, भारत की नीतियों पर सवाल उठाना, हर वो बयान दिया गया जिससे भारत को सियासी रूप से चोट पहुंचे।
अब बीजेपी को भी प्रीत कौर गिल का ये इतिहास पता है, इसी वजह से तुरंत राघव की एक मुलाकात को बड़ा मुद्दा बनाने का काम किया गया है। बीजेपी ने पोस्ट कर सवाल उठाया है कि प्रीत खुले तौर पर अलगाववाद की वकालत करती हैं, खालिस्तान समर्थकों के लिए धन जुटाती हैं, दन में इंडिया हाउस के बाहर हिंसक विरोध प्रदर्शन के लिए फंडिंग करवाती हैं, मोदी विरोधी नारे लगवाती हैं।
प्रीत कौर गिल की बात करें तो उनका जन्म 1972 में इंग्लैंड के बर्मिंघम में हुआ था। उनके पिता दलजीत सिंह भारत के पंजाब से थे। उनका परिवार 1960 में भारत से इंग्लैंड पलायन कर गया था। वर्तमान में प्रीत कौर गिल ब्रिटिश लेबर पार्टी की नेता हैं और पिछले साल ही प्राइमरी केयर एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्टर भी बनी हैं।