प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस यात्रा पर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत की है। इस बातचीत में दोनों नेताओं ने विश्वास जताया कि आने वाले सालों में भारत और रूस के संबंध और मजबूत होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन से कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में भारत-रूस सहयोग ने दुनिया की भी मदद की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन कहा कि दुनिया को पिछले पांच वर्ष में अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ा; पहले कोविड-19 की वजह से और फिर अनेक संघर्षों के कारण। उन्होंने कहा कि जब दुनिया में खाद्य पदार्थों, ईंधन और उर्वरक की कमी थी; हमने अपने किसानों को समस्या नहीं आने दी और इसमें रूस के साथ संबंधों ने भूमिका निभाई।

उन्होंने कहा कि हम रूस के साथ अपने सहयोग को बढ़ाना चाहते हैं ताकि हमारे किसानों का कल्याण हो। कल बैठक में हमने यूक्रेन पर एक-दूसरे के विचारों को सुना। युद्धक्षेत्र में कोई समाधान संभव नहीं है। शांति बहाली के लिए भारत हरसंभव तरीकों से सहयोग को तैयार है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, “मैं आपको और वैश्विक समुदाय को विश्वास दिलाता हूं कि भारत शांति के पक्ष में है, कल आपकी बात सुनने के बाद मैं आशान्वित हूं। बम, बंदूक और गोली के बीच शांति वार्ता सफल नहीं होती।” उन्होंने कहा कि भारत लगभग 40 वर्ष से आतंकवाद की चुनौती का सामना कर रहा है। मैं सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा करता हूं।