PM MOdi on G20 Presidency: इंडोनेशिया (Indonesia) के बाली (Bali) में हो रहे G-20 शिखर सम्मेलन में बुधवार (16 नवंबर) को इंडोनेशिया ने भारत को G-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता सौंप दी है। भारतीय के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे गौरव का क्षण बताया है। जी-20 समिट का आज दूसरा दिन है। इस दौरान जहां कई देशों के बीच अहम बैठकों का दौर जारी है वहीं पांच देशों के नेताओं (Five Country President) के साथ द्विपक्षीय बैठक (Bilateral Meeting) करेंगे। इनमें इटली (Italy), मेजबान इंडोनेशिया (Indonesia), जर्मनी (Germany), ब्रिटेन (Britain) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) के राष्ट्राध्यक्षों के नाम शामिल हैं। इससे पहले आज सुबह पीएम मोदी ने G20 नेताओं के साथ बाली के मैंग्रोव वन का दौरा किया। आइए आपको बताते हैं पीएम मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें।
- पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत में हम डिजिटल पहुंच को सार्वजनिक कर रहे हैं, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अभी भी एक बड़ा डिजिटल विभाजन है। दुनिया के अधिकांश विकासशील देशों के नागरिकों के पास किसी तरह की डिजिटल पहचान नहीं है।
- पीएम मोदी ने कहा कि केवल 50 देशों में डिजिटल भुगतान प्रणाली है। उन्होंने कहा कि डिजिटल पहुंच के लाभ तभी महसूस होंगे जब डिजिटल पहुंच वास्तव में ये समावेशी हो और इसका उपयोग वास्तव में व्यापक हो।
- पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान ये भी बताया कि यह हम जी-20 नेताओं की जिम्मेदारी है कि डिजिटल परिवर्तन के लाभ मानव जाति के एक छोटे से हिस्से तक ही सीमित न रहें।
- पीएम मोदी (PM Modi) ने G20 समिट को संबोधित करते हुए आगे कहा कि G20 की जिम्मेदारी भारत ऐसे समय पर ले रहा है जब विश्व जियो पॉलिटिकल के तनाव, आर्थिक मंदी और पॉवर की बढ़ती कीमतों और दुनिया भर में आई महामारी के दुष्प्रभावों से संघर्ष कर रहा है।
- पीएम मोदी ने आगे कहा कि ऐसे समय में भारत विश्व G20 की तरफ आशा की नजर से देख रहा है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत गरीबी के खिलाफ जंग में टेक्नोलॉजी को हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) बाली (Bali) में आज पांच देशों के नेताओं (Five Country President) के साथ द्विपक्षीय बैठक (Bilateral Meeting) करेंगे। इनमें इटली (Italy), मेजबान इंडोनेशिया (Indonesia), जर्मनी (Germany), ब्रिटेन (Britain) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) के राष्ट्राध्यक्षों के नाम शामिल हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि बीते कुछ वर्षों के भारत के अनुभव ने हमें दिखाया है कि अगर हम डिजिटल आर्किटेक्चर को समावेशी बनाते हैं, तो यह सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन ला सकता है।
- पीएम मोदी ने कहा कि भारत इस उद्देश्य की दिशा में जी-20 भागीदारों के साथ संयुक्त रूप से काम करेगा। “विकास के लिए डेटा” का सिद्धांत हमारे राष्ट्रपति पद के समग्र विषय “एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य” का एक अभिन्न अंग होगा।
- पीएम मोदी ने G-20 शिखर सम्मेलन में कहा कि वैश्विक विकास महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव नहीं है। हमें अपने G-20 एजेंडा में महिलाओं के नेतृत्व में विकास को प्राथमिकता देनी होगी।
- पीएम मोदी ने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी कि G-20 नए विचारों की परिकल्पनाओं और सामूहिक एक्शन को तेजी देने के लिए एक ग्लोबल प्राइम मूवर की तरह काम करेगा।